अतीक़ अहमद को उम्र क़ैद लेकिन भाई अशरफ़ पर साबित नहीं हो सका जुर्म

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The Leader. पूर्वांचल के माफ़िया अतीक़ अहमद समेत तीन लोगों को उमेशपाल अपहरण केस में उम्र क़ैद और एक-एक लाख जुर्माने की सज़ा सुनाई गई है. जर्म साबित नहीं हो पाने पर प्रयागराज की एमपीएमएलए कोर्ट ने ख़ालिद अज़ीम उर्फ़ अशरफ़ और सात अन्य को बरी करने का फ़ैसला सुनाया. इससे पहले अधिवक्ताओं ने कोर्ट के बाहर फांसी दो के नारे भी लगाए. अब दोनों भाईयों को फिर से जेल भेज दिया गया है. इसी के साथ नज़रें उमेशपाल हत्याकांड की सुनवाई पर लग गई हैं.


बरेली में अतीक के भाई अशरफ़ के साले का मकान एसआइटी ने किया सील


इस बड़े हाई प्रोफाइल मामले को लेकर प्रयागराज में पूरे दिन गहमागहमी रही. फ़ैसला आने से पहले अधिवक्ता भी मुखर रहे. इस बात के लिए कि उमेशपाल एडवोकेट थे, उनका अपहरण करने वालों को फांसी की सज़ा मिलना चाहिए. उमेशपाल के घरवालों की तरफ से भी यही मांग हो रही थी लेकिन इसके विपरीत कोर्ट का फ़ैसला अलग आया. अतीक़, ख़ान शौक़त हनीफ़ और दिनेश पासी को उम्र क़ैद के साथ एक-एक लाख जुर्माने की सज़ा हुई जबकि अतीक़ का भाई अशरफ़, फरहान, जावेद उर्फ बज्जू, आबिद, इसरार, आशिक उर्फ मल्ली, एजाज अख्तर को बरी कर दिया गया. एक अभियुक्त की दौरान-ए-मुक़दमा मौत हो चुकी है. यह मामला 17 साल पुराना है.


प्रयागराज शूट आउट के बाद अब अतीक-अशरफ़ पर फ़ैसले की बारी


यह पहला मौक़ा है, जब 100 से ज़्यादा मुक़दमों के बाद अतीक़ अहमद को किसी मामले में कोर्ट से सज़ा हुई है. उमेशपाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे. 2007 में उन्होंने अतीक़ अहमद इत्यादि पर अपरहण का मुक़दमा दर्ज कराया था. इसका फ़ैसला आने से पहले 24 फ़रवरी को प्रयागराज में उन्हें गोलियां बरसाकर मार डाला गया था. साथ में सुरक्षा कर्मियों की जान भी गई थी. तफ़्तीश में साफ हुआ कि उमेशपाल हत्याकांड की साज़िश के तार बरेली जेल से जुड़े हैं. इसी जेल में अतीक़ का भाई अशरफ़ बंद है. उससे मिलने के लिए उमेशपाल हत्याकांड का शूटर भी आया था. बरेली पुलिस राज़फ़ाश के बाद अशरफ़ को सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले जेल अफसरों, मातहतों और स्थानीय मददगारों पर शिकंजा कस चुकी है. इस सिलसिले में मुक़दमा दर्ज होने के बाद महापौर का चुनाव लड़ चुके लल्ला गद्दी और अन्य गुर्गों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. अशरफ़ का साला सद्दाम फरार है. वो तीन साल से बरेली की खुशबू एनक्लेव कॉलोनी में किराए का मकान लेकर रह रहा था.