RJD Chief लालू यादव बोले-बाढ़ में खर्चे का ऑडिट नहीं, नीतीश ने दो प्यादों को दे रखा लूट का ठेका

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बिहार : वैशाली जिले के राघोपुर इलाके में गंगा नदी से कटान का जायजा लेने पहुंचे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव.

द लीडर : बिहार में बाढ़ का कहर कितना खौफनाक है? इससे पहले ये जान लें कि शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में बारिश ने राज्य सरकार के विकास के तमाम दावे धुल डाले. इसके बाद जो असली तस्वीर दिखाई दी. उसमें उप-मुख्यमंत्री रेणु देवी के सरकारी आवास से लेकर विधानमंडल परिसर तक जलमग्न नजर आया. सनद रहे कि ये हाल राजधानी के वीवीआइपी इलाके का है. जहां न सिर्फ उप-मुख्यमंत्री रहती हैं-बल्कि पूरे राज्य के नेता भी आते हैं.

बरसात का मौसम आ चुका है. खेतों में धान की रोपाई चल रही है. लेकिन बिहार के तटीय इलाके के गांवों को दूसरी चिंता खाए जा रही है. वो ये कि बारिश आ गई. तो बाढ़ भी आएगी ही. गंगा में उफान के साथ कटान भी जोरों पर है.

बिहार : वैशाली जिले के राघोपुर उप-खंड में गंगा तट पर पहुंचे तेजस्वी यादव. कटान का देखा हाल.

एक दिन पहले ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)ने वैशाली जिल के राघोपुर उपखंड इलाके का दौरा किया. वह गंगा के तट पर गए. कटान का जायजा लिया. और ग्रामीणों का हाल जाना. ग्रामीणों के मुताबिक हर रोज खेत के खेत गंगा में समाते जा रहे हैं. नदी के बेहद नजदीक जो गांव आबाद हैं, वहां ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ी हुई है.


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राघोपुर दौरे के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को निशाने पर लिया. ये कहते हुए कि 2017 में जब मैं उप-मुख्यमंत्री था. तब इलाके को बाढ़ से बचाने के लिए राहत-बचाव कार्य कराए गए थे. उसके बाद से इस क्षेत्र में बाढ़ से बचाव की दिशा में कोई काम नहीं किया गया है.

तेजस्वी यादव ने बाढ़ और उससे बचाव के लिए सरकार से विधानसभा में जो सवाल किए हैं. शनिवार को उन सवालों की प्रतियां ट्वीटर पर साझा की हैं. इसके साथ लिखा है-, ”विधानसभा में मैंने कटाव और बाढ़ संबंधित कई प्रश्न पूछे थे. लेकिन भ्रष्ट नीतीश सरकार झूठे आश्वासन के सिवाय धरातल पर कोई ठोस कार्य नहीं करती. महीनों पहले चेताने के बावजूद सरकार ने कटाव रोकने के मजबूत उपाय नहीं किए. विपक्षियों के इलाकों के साथ भ्रष्ट मंत्री सौतेला व्यवहार करते हैं.” तेजस्वी यादव ने ये आरोप लगाए हैं. इसे भी पढ़ें लालू यादव ने गरीबों को बसाया और नीतीश कुमार ने उजाड़ा” दोनों में यही बेसिक अंतर”-तेजस्वी

बिहार : राघोपुर में गंगा नदी इस तरह से कटान कर रही है, जिससे काफी भूमि इसकी धारा में समाहित हो चुकी है.

तेजस्वी ने जल संसाधन मंत्री से विधानसभा में पूछे गए जिन सवालों की प्रतियां जारी की हैं. उसमें राघोपुर उपखंड में राहत-बचाव कार्य के मद में 2017 में करीब 88 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के तथ्य का जिक्र भी है. दरअसल 2017 में राज्य में आरजेडी और जेडीयू गठबंधन की सरकार थी. जुलाई में ये गठबंधन टूट गया था और नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. तेजस्वी अपने उसी कार्यकाल के दौरान राघोपुर में बाढ़ से बचाव कार्य कराए जाने की बात कहते हैं. इसे भी पढ़ें जेपी आंदोलन से उभरे एक ऐसे नेता, जिन्होंने कभी घुटने नहीं टेके

हर साल बिहार में तबाही मचाती बाढ़

बिहार में बाढ़ स्थायी और दशकों पुरानी समस्या है. जो हर साल राज्य में भारी तबाही मचाती है. जिसमें जान-माल और पशुधन को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचता है. बारिश-बाढ़ के समय या इससे कुछ पहले जरूर सरकार, थोड़ी-बहुत सक्रियता दिखाई पड़ती है. और मौसम के साथ फिर स्थितियां जस की तस हो जातीं.

बिहार देश में बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है. यहां 1979 से बाढ़ से हुए नुकसान का आंकड़ा दर्ज करना शुरू किया गया था. तब से अब तक करीब 8500 से ज्यादा लोग मारे जाने का आंकड़ा दर्ज किया जा चुका है. हालांकि असल संख्या इससे कई गुना ज्यादा होने के दावे किए जा रहे हैं.

भागलपुर में बांध की सुस्ती पर लालू का उबाल

भागलपुर जिले में जहान्वी चौक से इस्माइलपुर के बीच लगभग 10.5 किलोमीटर लंबा बांध बनाया जा रहा है. तीन साल से इसका काम चल रहा है. जिसे इस सात बीते मार्च माह में बनकर तैयार हो जाना था. लेकिन नहीं हो सका. साल 2018 में एक एजेंसी को इसका 28 करोड़ का ठेका दिया गया था. चूंकि अब बारिश शुरू हो गई तो ये मिट्टी बहने लगी है.

इसको लेकर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा, ”नीतीश की शास्त्रीय लूट. जल संसाधन विभाग लूट का अड्डा है. नीतीश ने अपने दो प्यादों को यह विभाग लूटने का जिम्मा सौंप रखा है. कई सौ करोड़ का ठेका दो. बारिश में ही लाखों की मिट्टी डलवाने की खानापूर्ति करो और फिर बाद में कह दो- बाढ़ में सब ढह गया. बह गया. क्योंकि इसका कोई ऑडिट नहीं.”

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