कोरोना की चुनौतियों के बाद खेल महाकुंभ का शुभारंभ, खिलाड़ियों के चेहरों की लौटी रौनक

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द लीडर। दुनियाभर में लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोना वायरस देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश के भविष्य के साथ भी खेल रहा था। लेकिन सरकार की सूझबूझ से शिक्षा तो ऑनलाइन दी जाने लगी। लेकिन खेल जगत में अपना भविष्य देख रहे हैं खिलाड़ियों के लिए लाख मंथन के बाद भी कोई हल ना निकला। विभिन्न खेलों के राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों को सुरक्षा की दृष्टि या तो स्थगित करना पड़ा है या फिर रद्द। लेकिन कोरोना के केस घटने के बाद एक बार फिर से खिलाड़ी अपने भविष्य की ओर दौड़ने लगे है।


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कोरोना काल में सबकुछ ठहर सा गया…

कोरोना वायरस का तांडव देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश के भविष्य के साथ भी खेलता हुआ दिखाई दे रहा। विशेषज्ञों और टेक्नोलॉजी के माध्यम से सरकार ने शिक्षा को तो ऑनलाइन कर दिया। लेकिन खेल प्रतियोगिताओं को टेक्नोलॉजी का कोई फायदा मिला और ना ही विशेषज्ञों की के ज्ञान का। कोरोना के कारण खेल जगत पर छाई अनिश्चितता का तुरंत कोई हल दिखाई नहीं दे रहा था। बल्कि खेल प्रतियोगिताओं के भविष्य पर लगा यह ग्रहण गहराता जा रहा था। इसका असर ओलिंपिक समेत कई बड़े खेल इवेंट पर पड़ा है। ज्यादातर खेल प्रतियोगिताएं, क्रिकेट सीरीज और फुटबॉल मैच या तो स्थगित कर दिए गए था या उन्हें रद्द किया जा चुका था।

सरकार के प्रयासों के बाद देश के अंदर तेजी से वैक्सीनेशन यानि कोरोना की चेन ब्रेक करने पर तेजी से काम हुआ। और फिर से खिलाड़ियों के चेहरों की रौनक लौट आई और प्रतियोगिताओं का आयोजन होने लगा। कोरोनावायरस के कम होने के बाद खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड राज्य के बाजपुर चीनी मिल के खेल मैदान में बीसीएसएफ़ इंटर कॉलेज द्वारा न्याय पंचायत स्तरीय खेल कुंभ का आयोजन किया गया।


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खेल महाकुंभ का आयोजन, छिपी प्रतिभाएं बाहर लाना उद्देश्य

उप शिक्षा अधिकारी प्रेमा बिष्ट ने बताया कि, न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ में खो खो, कबड्डी, दौड़ और वॉलीबॉल खेल सम्मिलित किए गए हैं। जबकि ब्लॉक स्तरीय खेल महाकुंभ में फुटबॉल और बैडमिंटन खेलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि, खेल महाकुंभ कराने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छिपी खेल प्रतिभाओं को आगे लाना है। वहीं चीनी मिल के सीसीओ डॉ. राजीव ने कहा कि, खेल महाकुंभ में भाग लेने वाले कई बच्चे आगे चलकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे।

अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश का भविष्य भी पटरी पर

कोरोनावायरस का तांडव कम होने से देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश का भविष्य भी पटरी पर आता हुआ दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों की चेतावनी, तीसरी लहर का डर चेतावनी के साथ-साथ तैयारी करने का बिगुल भी बजा रहा है। अब देखना होगा कि, तीसरी लहर आती है या नहीं। अगर आती है तो उसका कितना प्रभाव खेल जगत पर पड़ेगा। या फिर समय से पहले वायरस से निपटने की तैयारी पूरी होगी या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।


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