पहलवानों के आरोपों के जवाब में अब WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने पूछे 6 सवाल, गंभीर हुआ मुद्दा!

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Wrestlers Protest: दिल्ली के जंतर मंतर पर हो रहा पहलवानों धरना प्रदर्शन अब सियासी रुख लेता हुआ दिख रहा है। एक तरह जंहा इस प्रदर्शन में नेताओं के पहुँचने का सिलसिला जारी है। वहीं दूसरी तरफ महिला पहलवानों की शिकायत पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो FIR दर्ज की है। FIR दर्ज होने के बाद खिलाड़ी बृजभूषण शरण सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने की मांग कर रहे है। जिसके बाद अब इस पुरे मामले में बृजभूषण शरण सिंह ने जंहा एक तरफ जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही है वहीं दूसरी तरफ उन्होंने खिलाडियों से कई गंभीर सवाल भी पूछें है, हम आपको एक एक करके वो मुद्दे बताते है जो भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष उठाये है।
पहला सवाल – 
जांच कमेटी में कौन सा खिलाड़ी क्या बोल रहा था, सारी डिटेल इन खिलाड़ियों को प्रति दिन दी जा रही थी। जब इन्हें लगा कि जांच में आरोप सही साबित नहीं हो रहे तो इन्होंने कमेटी के सार्वजनिक होने का इंतजार भी नहीं किया और सुप्रीम कोर्ट चले गए। कमेटी के सार्वजनिक होने का इंतजार क्यों नहीं किया ?
दूसरा सवाल- 
अगर कोई नाबालिग है तो उस नाबालिग को जांच कमेटी के सामने पेश क्यों नहीं किया?
तीसरा सवाल- 
बृजभूषण शरण सिंह ने एक ऑडियो का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें धरने पर बैठा खिलाड़ी एक लड़की से कहता है कि किसी भी एक लड़की का इंतजाम करा दो। किसी भी तरह से कर दो… मतलब ये कि ये लोग 4-4 महीने मेरे खिलाफ सबूत इकठ्ठा करेंगे और उनको पेश कर देंगे।
चौथा सवाल- 
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं? हिमाचल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं?
पांचवां सवाल- 
12 साल से लगातार इनके साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है, वो यौन उत्पीड़न देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं होता है?
छठा सवाल- 
ये खिलाड़ी जो धरने पर बैठे है ये अपनी शादी में क्यों बुलाते थे, ये मुझसे जोड़े में क्यों आशीर्वाद लेते थे ?
इन सवालों के साथ ही बृजभूषण शरण सिंह ने कहा इसमें देश के कुछ उद्योगपतियों, जिनको मुझसे कष्ट है और कांग्रेस का हाथ है। आज दिख गया कि इसमें किसका हाथ है। मैं तो बहाना हुं निशाना कोई और है।