सियासत: एक प्रतिबंधित संगठन ने इमरान के घुटने टिकवा दिए

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द लीडर विदेश डेस्क।

अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में धार्मिक कट्टरपंथ की सियासत कई रंग दिखा चुकी। फिलवक्त एक प्रतिबंधित संगठन ने प्रधानमंत्री इमरान खान के नाक में दम कर रखा है। तहरीक ए लब्बैक ने इन्हें चुनावी मोर्चे पर भी पटखनी दे दी। अब इमरान फ्रांस के राजदूत के निष्कासन को ही तैयार नहीं हैं बल्कि दुनिया के मुस्लिम मुल्कों में ईशनिंदा कानून बनाने की मुहिम केअगवा भी बनना चाहते हैं।
पुलिस के विरोध के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से वार्ता करना चाह रही है । पुलिस इसे सरकार का विश्वासघात मान रहे हैं। इस प्रतिबंधित और हिंसक संगठन के ने कुछ दिन पहले हमला कर पुलिस अफसर को थाने से अगवा किया। बाद में उसे छुड़वाने गए पुलिसकर्मियों की हत्या की, पुलिसकर्मियों को बंधक बना उन पर बर्बर अत्याचार किया और निर्ममता से पिटाई की। उनके वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी किए।

पुलिस को मनाएं या टीएलपी को

लाहौर में टकराव की इस घटना के बाद टीएलपी ने तीन दिन का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था। अरब न्यूज के अनुसार टीएलपी की हिंसा में छह पुलिसकर्मी मारे गए जबकि 800 से ज्यादा घायल हुए हैं। विभिन्न शहरों-कस्बों में तमाम पुलिस वाहन जला दिए गए थे। कई थानों और पुलिस चौकियों पर हमले हुए थे।
इमरान अब टीएलपी से बात कर समझौते का रास्ता तलाश रहे हैं। कार्यकर्ताओं को बरी किए जाने की मांग पर विचार कर रहे हैं। उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने का आश्वासन दे रहे हैं।

करारी हार की वजह भी टीएलपी

पाकिस्तान की अवाम ने कराची के NA-249 संसदीय उपचुनाव में इमरान की पार्टी के अमजद अफरीदी पांचवे स्थान पर रहे। बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार कादिर खान मंडोखेल ने नवाज शरीफ की पीएमएल-एन के उम्मीदवार मिफ्ताह इस्माइल को हराया । बड़ी बात यह है कि इस उपचुनाव में प्रतिबंधित होने के बावजूद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने अपना प्रत्याशी उतारा। इस चुनाव में टीएलपी के उम्मीदवार मुफ्ती नजीर अहमद कमलवी 11,125 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
इस कट्टरपंथी पार्टी को इमरान कैबिनेट ने आतंकवादी संगठन मानते हुए प्रतिबंधित कर दिया था।

दुनिया का मुस्लिम नेता बनने की सियासत

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब मुस्लिम देशों के नेता बनने की कोशिश में हैं। उन्होंने देश में बवाल मचा रही टीएलपी के एजेंडे पर आकर अब पश्चिमी देशों में ईशनिंदा कानून बनवाने की वकालत शुरू कर दी है। पंजाब के मुल्तान में दक्षिणी पंजाब सिविल सचिवालय का उद्धाटन करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनका लक्ष्य पश्चिमी देशों में यहूदियों के जैसे ईशनिंदा कानून को बनवाने के लिए सभी मुस्लिम देशों को साथ में लेना है। इतना ही नहीं, कंगाली के बावजूद उन्होंने पाकिस्तानी अवाम से पश्चिम के महंगे प्रोडक्ट्स के बॉयकॉट की भी अपील कर डाली।
इमरान ने कहा कि हमें यूरोप, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र से 1.25 बिलियन मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने से रोकने के लिए मैं चाहता हूं कि मुस्लिम देश ईशनिंदा करने वाले देशों को व्यापार बहिष्कार की चेतावनी दें।

 

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