द लीडर : संयुक्त किसान मोर्चा के देशभर में चक्का जाम के आह्वान पर कई राज्यों में किसान सड़कों पर हैं. दिल्ली में पुलिस बल का व्यवस्था कड़ा पहरा है. करीब 50 हजार जवान दिल्ली के अंदर और सीमाओं पर तैनात हैं. कई मेट्रो सेवाएं, प्रमुख स्थल बंद कर दिए गए हैं. हालांकि किसान मोर्चा पहले ही साफ कर चुका है कि दिल्ली में चक्का जाम नहीं होगा. फिर भी दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर अपनी सुरक्षा पुख्ता कर रखी है. (Farmers Road Block Delhi Borders)
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 73 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है. दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि कानून रद किए जाएं. इसी के समर्थन में शनिवार यानी चक्का जाम की अपील की गई थी. इसके अंतर्गत हाईवे को बंद किया जाना है.

गाजीपुर बॉर्डर पर पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम न किए जाने की बात कही थी. इसलिए यूपी के अधिकांश हिस्सों में जाम का कोई असर नहीं है. पश्चिमी यूपी में जरूर हलचल है.
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किसान नेता दर्शनपाल सिंह के मुताबिक दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किसान हॉर्न बजाकर अपनी एकजुटता का संदेश देंगे. इसके साथ ही ये अपील भी की गई कि जाम शांतिपूर्वक तरीके से किया जाए.
जाम को लेकर मोर्चा की गाइडलाइन
- देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा।
- इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा।
- चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा। प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए जाते है कि वे इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारियों या आम नागरिकों के साथ किसी भी टकराव में शामिल न हो।
- दिल्ली NCR में कोई चक्का जाम प्रोग्राम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके, जहां पहले से ही किसानों के पक्के मोर्चे लगे हुए है।