द लीडर हिंदी,लखनऊ। देश में कई नेताओं तथा मीडियाकर्मियों के फोन की टैपिंग तथा जासूसी के मामले में लखनऊ में कांग्रेस ने शांति मार्च किया। पुलिस ने इस मार्च की अनुमति न होने तथा इसमें शामिल होने के आरोप में शामिल विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह को कई कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार किया गया। दीपक सिंह को यहां परिवर्तन चौक से बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेताओं के साथ गिरफ्तार कर ईको गार्डन भेजा गया। इसके साथ ही कई नेताओं को हाउस अरेस्ट भी किया गया है।
जासूसी कांड को लेकर लखनऊ में गुरुवार को कांग्रेस के नेताओं ने स्वास्थ्य भवन चौराहे पर प्रदर्शन किया। इसके बाद यह लोग हजरतगंज की ओर बढऩे लगे। कांग्रेस के मार्च को लेकर बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने इनको बलपूर्वक रोक लिया। कांग्रेस ने लखनऊ में राजभवन पर ज्ञापन देने का एलान तो किया लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल के चलते स्वास्थ्य भवन तिराहे से आगे नहीं बढ़ सके।
पुलिस ने परिवर्तन चौक से कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू , नेता विधान परिषद दीपक सिंह, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सहित, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता और नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद इनको ईको गार्डन भेज दिया। उधर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को हाउस अरेस्ट किया।
कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना’ के साथ नसीमुद्दीन सिद्दीकी को हाउस अरेस्ट कर दिया था। एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि पार्टी के अन्य नेताओं को प्रदर्शन मेंं जाने से रोकने के लिए पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर दिया है।
शांति मार्च में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी शामिल होने की बात कही जा रही थी। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि कार्यकर्ता शांतिपूर्वक तरीके से राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन देना चाहते हैं लेकिन पुलिस जाने नहीं दे रही है। शहर के तमाम रास्तों पर पुलिस लगा दी गयी है और इधर आने वालों को रोका जा रहा है। जिला अध्यक्ष कांग्रेस वेद प्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि कार्यकर्ता शांतिपूर्वक तरीके से मार्च निकालकर सरकार का विरोध कर रहे थे।