द लीडर : उत्तर प्रदेश (UP) में एक दलित लड़के (Dalit Boy) को पेड़ से बांधकर पीटे जाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आया है. जिसे देखकर अगर आपकी अंतरात्मा को कष्ट न पहुंचे. तो समझ लीजिए कि आपके अंदर की इंसानियत मर चुकी है. ये डरावनी घटना कानपुर देहात (#kanpuraccident) के अकबरपुर इलाके की है. जहां ग्रामीणों ने 20 साल के लड़के को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा. उनके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला. (Dalit Boy Beaten UP)
पत्रकार प्रशांत शुक्ला के एक मुताबिक,”घटना के बाद पीड़ित युवक के पिता शिकायत लेकर थाने गए थे. जहां से उन्हें भगा दिया गया. कहा-इसे ले जाओ नहीं तो छेड़खानी में अंदर हो जाएगा. युवक गंभीर हालत में कानपुर के हैलेट अस्पताल में भर्ती है.” कथित रूप से ये प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है.
https://twitter.com/JournoPrashant/status/1413485127674470411?s=1005
लेकिन अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. तब जाकर पुलिस हरकत में आई. कानपुर देहात के एएसपी घनश्याम चौरसिया ने समाचार एजेंसी एएनआइ से, एक आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है. एसएसपी ने कहा-केस दर्ज कर लिया गया. जल्द ही दूसरे आरोपी भी हिरासत में होंगे. (Dalit Boy Beaten UP)
Kanpur Dehat | 20-year-old man was mercilessly beaten in Akbarpur area. A video of the incident has gone viral. A case has been registered. 1 arrested, others will be arrested soon: Ghanshyam Chaurasia, ASP, Kanpur Dehat
(Screen grab of the man who was beaten up) pic.twitter.com/grAFOw7DPb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2021
इस घटना को लेकर यूपी की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं. पत्रकार मीना कोटवाल ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-‘ये सदियों की घृणा का नतीजा है. यही रामराज्य है.’ #KanpurDehat
समाजवादी पार्टी ने भी युवक की पिटाई पर सरकार को घेरा है-”भाजपा राज में दलितों पर अत्याचार की सारी हदें पार हैं. अकबरपुर में सत्ता संरक्षित गुंडों ने दलित युवक को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा. (Dalit Boy Beaten UP)
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ये घटना बेहद दुखद और शर्मनाक है. पुलिस ने आरोपियों को बचाने का प्रयास किया. सरकार पीड़ित के साथ न्याय करे.”
कानुपर का ये वाकया ऐसे समय सामने आया है, जब यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर कानून व्यवस्था कठघरे में है. लखीमपुर के पसगवां में समाजवादी पार्टी की महिला प्रत्याशी रितु सिंह के कपड़े फाड़ डाले गए. (Dalit Boy Beaten UP)
जिस पर पूरा देश थू-थू कर रहा है. उनकी प्रस्तावक की भी साड़ी खींची गई. मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में आने के बाद पुलिस प्रशासन ने छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. और दो आरोपियों की गिरफ्तारी किया.
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शनिवार यानी आज ब्लॉक प्रमुख (Block Pramukh Chunav) के वोट डाले जा रहे हैं. इटावा, अमरोहा समेत कई जिलों में भारी भवाल मचा है. कुछ जगहों पर पुलिसकर्मी भी पीटे गए हैं.
इधर समाजवादी पार्टी ने इटावा (Itava) में एसपी को थप्पड़ मारे जाने का दावा करते हुए घटना की निंदा की है. इटावा के ही एसपी प्रशांत कुमार (SP Prashant Kumar) का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एसपी कहते सुने जा रहे हैं कि भाजपाई बम लेकर आए थे.
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इससे पहले आजमगढ़ के चंदौली में एक मकान ढहा दिया गया था. परिवार की एक महिला ने मीडिया के सामने आकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे. गुरुवार को बर्थरा में दबंगों ने एक दलित के घर को आग लगाकर खाक कर डाला.
दूसरी बार सरकार की फजीहत
अप्रैल-मई में आपदा के दौरान स्वास्थ्य सेवा और मौतों को लेकर राज्य सरकार की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जमकर फजीहत हुई थी. जून शांति से बीता. जुलाई में फिर सरकार आलोचकों के निशाने पर आ गई है. इस बार कानून व्यवस्था, महिला औ दलितों के साथ हिंसा का मुद्दा है.