नई दिल्ली। देशभर में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना वायरस के चलते पिछले 24 घंटे के दौरान 780 लोगों ने अपनी जान गवा दी. जिसके बाद देशभर में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1,67,642 हो गई है. इसके साथ ही 24 घंटे में देश में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ 1,31,968 नए मामले सामने आए है. जिससे हर कोई सहम गया है.
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बता दें, कोरोना वायरस से अब तक 1,19,13,292 लोग ठीक भी हो चुके हैं, और इस वक्त देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 9,79,608 है. चौथी बार देश में एक लाख से ज्यादा कोरोना केस आए हैं.
देश में कोरोना की स्थिति-
कुल कोरोना केस- एक करोड़ 30 लाख 60 हजार 542
कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 19 लाख 13 हजार 292
कुल एक्टिव केस- नौ लाख 79 हजार 608
कुल मौत- एक लाख 67 हजार 642
कुल टीकाकरण- 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 डोज दी गई
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कुछ राज्यों में हालात बदतर
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 56,286 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 32,29,547 हो गए. इसके साथ ही 376 और लोगों की मौत होने से राज्य में मृतकों की संख्या 57,028 हो गई. इसके अलावा कर्नाटक में संक्रमण के 6,570, तमिलनाडु में 4,276, गुजरात में 4,021, पंजाब में 3,119 और हरियाणा में 2,872 नए मामले सामने आए हैं.
37 लाख लोगों को दी गई वैक्सीन की डोज
देश में 16 जनवरी को कोरोना का टीका लगाए जाने की अभियान की शुरुआत हुई थी. 8 अप्रैल तक देशभर में 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 36 लाख 91 हजार 511 टीके लगे. वैक्सीन की दूसरी खुराक देने का अभियान 13 फरवरी से शुरू हुआ था. 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर से सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है.
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.29 फीसदी है. जबकि रिकवरी रेट करीब 92 फीसदी है. एक्टिव केस बढ़कर करीब 7 फीसदी हो गया है. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है.
कोरोना के बढ़ते मामलों पर पीएम ने जताई चिंता
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना आवश्यक है. उन्होंने राज्यों से निषिद्ध क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और जांच में तेजी लाने को कहा. मुख्यमंत्रियों के साथ देश में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने पिछले साल बगैर टीके के कोविड-19 से लड़ाई जीती थी, इसलिए आज भयभीत होने की जरूरत नहीं है.
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