द लीडर हिंदी, लखनऊ। एक तरफ देश में जहां केरल राज्य कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर डरा रहा है वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में कोरोनाकी दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। बीते 24 घंटे में हुई कोविड टेस्टिंग में प्रदेश के 64 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया। 11 जनपदों में इकाई अंक में मरीजों की पुष्टि हुई। आज 24 जनपदों में एक्टिव केस शून्य हैं।
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ये जिले संक्रमण मुक्त, 24 घंटे में मिले 18 नए केस
बता दें कि, पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 37 हजार 439 कोविड सैम्पल की जांच हुई जिसमें मात्र 18 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही 21 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बलिया, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली और सीतापुर में आज कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।
ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के मिल रहे अच्छे परिणाम
उत्तर प्रदेश में औसतन हर दिन ढाई लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 239 है। प्रदेश में ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 29 लाख 86 हजार 724 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। वहीं अब तक 16 लाख 86 हजार 308 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
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वैक्सीनेशन का काम जोरो पर
प्रदेशवासियों को कोविड टीका-कवर उपलब्ध कराने का काम तेजी से चल रहा है। विगत दिवस 16 लाख 26 हजार 897 लोगों ने टीकाकवर प्राप्त किया। उत्तर प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 07 करोड़ 58 लाख के पार हो चुका है। अब तक 06 करोड़ 36 लाख 88 हजार से अधिक नागरिकों ने टीके की कम से कम एक खुराक प्राप्त कर ली है। यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है। टीके की सुचारु आपूर्ति के लिए भारत सरकार से सतत संवाद बनाया जाए।
सूबे में 5 सितंबर से स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का अभियान चलेगा
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पूरे प्रदेश में 5 सितंबर से स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का वृहद अभियान शुरू किया जाए। जिलों के लिए नामित नोडल अधिकारी तत्काल जिम्मेदारी संभाल लें। यह अधिकारी बाढ़/अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की भी मॉनीटरिंग करें। 07 सितंबर से आशा, संगिनी, आंगनबाड़ी सहित सभी संबंधित कर्मियों के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेशव्यापी सर्विलांस किया जाए। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित/कोविड के लक्षण वाले लोगों की पहचान करें। 45 वर्ष से अधिक आयु के जिन लोगों ने अब तक कोविड वैक्सीन की एक भी डोज न ली हो, उनकी सूची बनाई जाए। उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
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