मिशन 2022: BSP की राह पर BJP, 403 सीटों पर 5 सितंबर से करेगी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन

0
221

द लीडर हिंदी, लखनऊ। यूपी चुनाव में जीत को लेकर सभी पार्टियां जोरों शोरों से तैयारियां तो कर ही रही हैं. इसके साथ ही जनता को लुभाने में कोई भी पार्टी कसर नहीं छोड़ रही है. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती की राह पर बीजेपी चलती हुई दिखाई दे रही है. क्योंकि अब बीजेपी भी बसपा की तरह प्रबुद्ध सम्मेलन कर जनता से संवाद करेगी. और जनता के सामने सरकार की उपलब्धियों को रखेगी. बता दें कि, मिशन 2022 में जीत हासिल करने के लिए यूपी चुनाव से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभाओं में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित करने जा रही है. ये प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों का आगाज 5 सितम्बर से होगा.

यह भी पढ़ें: राजधानी एक्सप्रेस में अंडरवियर पहनकर घूमे रहे थे जेडीयू विधायक, यात्रियों के विरोध जताने पर की गाली-गलौज

सीएम योगी समेत कई मंत्री करेंगे संबोधित

इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल सहित राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारी और केन्द्रीय मंत्री सम्बोधित करेंगे. प्रदेश महामंत्री और अभियान के प्रभारी सुब्रत पाठक ने बताया कि, पार्टी द्वारा आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले प्रबुद्धजन इस सम्मेलन में सम्मिलित होंगे.

403 विधानसभाओं में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन होगा

5 सितम्बर को प्रदेश के 17 महानगरों में और 6 सितम्बर से 20 सितम्बर के बीच प्रदेश के सभी 403 विधानसभाओं में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि, प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे ऐसे वर्ग, जिसमें शिक्षक, प्रोफेसर, इंजीनियर, डॉक्टर, साहित्यकार जैसे समाज के प्रबुद्धवर्ग जनों से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के माध्यम से भाजपा संवाद करेगी। और केन्द्र के साथ प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा जनता के हित में किये जा रहे कार्यों, सरकार की जनकल्याकारी योजनाओं, उपलब्धियों तथा लोक कल्याणकारी कार्यों की चर्चा होगी.

यह भी पढ़ें:  UP के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की फोटो को रिपब्लिक भारत ने बताया तालिबानी मुल्ला उमर का बेटा, करेंगे केस

कौन कहां करेंगे प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत

■ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी में सम्मेलन की शुरुआत करेंगे
■ प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह प्रयागराज में
■ प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अयोध्या में
■ प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल लखनऊ में
■ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कानपुर में
■ प्रदेश सहसंगठन महामंत्री कर्मवीर जी सहारनपुर में
■ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा चित्रकूट में
■ राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह मथुरा में
■ राष्ट्रीय मंत्री विनोद सोनकर आगरा में
■ केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान गाजियाबाद में
■ वीके सिंह मेरठ में, साध्वी निरंजन ज्योति झांसी में
■ भानु प्रताप वर्मा मुरादाबाद में
■ कौशल किशोर नोएडा में
■ बीएल वर्मा बरेली में
■ पंकज चौधरी गोरखपुर में
■ अजय मिश्रा टेनी शाहजहांपुर में सम्मेलन को संबोधित करेंगे

6 सितम्बर से 20 सितम्बर के बीच पार्टी के राष्ट्रीय व प्रदेश के पदाधिकारीगण भी प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पार्टी द्वारा आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में सम्मिलित होकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले प्रबुद्धजनों से मिलकर संवाद करेंगे.

यह भी पढ़ें:  कोरोना का खतरा बरकरार : देश में 24 घंटे में मिले 45 हजार से ज्यादा नए मरीज, केरल में स्थिति खराब

ब्राह्मण वोट पर नजर

बता दें कि, यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही दूसरे दलों की तरफ बीजेपी ने भी ब्राह्मणों को रिझाने की कवायद शरू कर दी है. यही वजह है कि, बीजेपी भी 5 सितंबर से यूपी की हर विधानसभा सीट पर प्रबुद्ध जन सम्मेलन शुरू करेगी. इसके लिए प्रदेश बीजेपी इकाई की तरफ से जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. केंद्रीय नेतृत्व से पिछले हफ्ते ही इसे हरी झंडी मिल गई थी. अब राज्य स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. शिक्षक दिवस के मौके पर 5 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक प्रबुद्ध जन सम्मेलन जारी रहेगा. कहा ये भी जा रहा है कि, जातिगत आधार पर बीजेपी इस सम्मेलन को आयोजित नहीं कर रही है. लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण समाज को अपने पाले में करना है. उसी को देखते हुए सम्मेलन में आमंत्रित किए जाने वाले लोगों की लिस्ट और रूपरेखा तैयार की गई है.

बीजेपी का ब्राह्मणों को रिझाने का प्लान

प्रबुद्ध जन सम्मेलन के जरिए बीजेपी के नेता टीचर्स, प्रोफेसर, इंजीनियर, डॉक्टर, साहित्यकार जैसे समाज के प्रबुद्ध लोगों से संवाद करेंगे. बता दें कि, विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी पार्टियों ने समाज के हर वर्ग को लुभाने की कवायद शुरू कर दी है. बीएसपी पहले से ही साल जीत को दोहराने के लिए इस चुनाव भी ब्राह्मणों पर दांव लगा रही है. कांग्रेस भी इस ममाले में पीछे नहीं है. बीजेपी भी अब इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहती है. यही वजह है कि, नाराज ब्राह्मणों को फिर से रिझाने की रणनीति बीजेपी ने बनाई है.

यह भी पढ़ें:  #FarmersProtest: 6 सितंबर तक SDM को बर्खास्त करने का अल्टीमेटम, मुजफ्फरनगर महापंचायत में उमड़ेंगे किसान

बसपा की राह पर बीजेपी

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए मायावती जहां अब एक बार फिर से ब्राह्मण खार्ड खेल रही हैं. बता दे कि, सतीश मिश्रा योगी सरकार पर हमला बोलते हुए योगी सरकार पर ब्राह्मणों पर हमले का आरोप लगाया था. उन्होंने यहां तक कहा था कि, कानपुर के बिकरू कांड में कई बेगुनाहों को फंसाया गया है. बता दें कि, 2007 में भी ब्राह्मण वोट पर बीएसपी को बंपर जीत हासिल हुई थी. उसी जीत को मायावती दोबारा दोहराने की कोशिश में जुटी हुई हैं. वहीं अब बीजेपी ने भी उसी राह पर चलने की योजना बनाई है. अब बीजेपी भी ब्राह्मणों को रिझाने में जुट गई है.

जनता किस पर जताएगी भरोसा ?

फिलहाल अब देखना ये होगा कि, जनता 2022 यानि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किस पार्टी पर अपना भरोसा जताएगी. और बहुमत से किसकी सरकार बनाएगी. लेकिन सभी पार्टियों जोरों शोरों से जनता को रिझाने में लगी हुई है. चाहे वो भाजापा हो या समाजवादी पार्टी हो या मायावती की बसपा पार्टी. हर कोई जनता के बीच जाकर संवाद कर रहा है. और जनता को लुभाने की कोशिश कर रहा है. जिससे 2022 में जनता उन्हें भारी वोटों से जिताए.

यह भी पढ़ें:  शर्दुल ठाकुर की आतिशी पारी के बाद भारतीय पेसरों की शानदार गेंदबाजी से बैकफुट पर इंग्लैंड

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here