सावधान ! दुनिया में वुहान जैसी 59 प्रयोगशालाओं से वायरस फैलने का डर

0
270

द लीडर हिंदी। पश्चिमी देशों में ये मुद्दा इन दिनों जोर-शोर से उठा है कि, क्या कोविड-19 वायरस चीन में वुहान की एक प्रयोगशाला से लीक होकर सारी दुनिया में फैला? अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने देश की खुफिया एजेंसियों को इस बारे में 90 दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।

यह भी पढ़े: कोविड की दूसरी लहर में 646 डॉक्टर्स की गई जान, जानिए किस राज्य में हुई कितनी मौतें

वायरस के बारे में अनुसंधान दुनिया भर में चलते हैं

लेकिन वैज्ञानिकों के एक पक्ष का कहना है कि, वायरस के बारे में अनुसंधान दुनिया भर में चलते हैं। वहां हादसे भी होते रहते हैं। इसलिए अगर ऐसा वुहान में भी हुआ होगा, तो उसे महज एक दुर्घटना ही समझा जाना चाहिए।

दुनिया में वुहान जैसी 59 प्रयोगशालाएं है

मशहूर ब्रिटिश अखबार द फाइनेंशियल टाइम्स ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें बताया गया है कि, दुनिया में कम से कम ऐसी 59 प्रयोगशालाएं या तो इस समय मौजूद हैं या बन रही हैं। वहां खतरनाक जैविक अनुसंधान किए जाते हैं या भविष्य में किए जाएंगे।

यह भी पढ़े: बिहार में 78 % ग्रैजुएट बेरोजगार, क्या तेजस्वी के CM न बनने का खामियाजा भुगत रहे नौजवान!

एक दशक में तेजी से बढ़ी प्रयोगशालाओं की संख्या 

इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक दशक में ऐसी प्रयोगशालाओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक अभी मौजूद या बन रही प्रयोगशालाएं 23 देशों में हैं, जिनमें ब्रिटेन, अमेरिका, चीन, भारत, गैबॉन, और आइवरी कोस्ट शामिल हैं। वुहान की प्रयोगशाला भी इन्हीं 59 प्रयोगशालाओं में एक है।

जॉर्ज मैसॉन यूनिवर्सिटी में बायोडिफेंस के प्रोफेसर ग्रेगरी कोबलेन्त्ज और लंदन स्थित किंग्स कॉलेज में प्रोफेसर फिलिपा लेंतोज ने इन प्रयोगशालाओं के बारे में अध्ययन किया है। उनके मुताबिक, जिन 42 प्रयोगशालाओं के बारे में आंकड़े मौजूद हैं, उनमें से आधी पिछले एक दशक में तैयार हुई हैं।

यह भी पढ़े: यूपी में हारा कोरोना, पिछले 24 घंटे में 1,092 नए केस, 120 ने तोड़ा दम

‘जितने अधिक संस्थान होंगे, उतना खतरा बढ़ेगा’

लेन्तोज ने कहा- ‘इस तरह के जितने काम हो रहे हैं, उतने अधिक हादसे होंगे।’ अमेरिका की रुटगर्स यूनिवर्सिटी में केमिकल बायोलॉजी के प्रोफेसर रिचर्ड एब्राइट ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा- ‘जितने अधिक संस्थान होंगे और जितने अधिक संख्या में व्यक्ति उन खतरनाक जीवाणुओं के संपर्क में आएंगे, खतरा उतना ज्यादा बढ़ेगा।’

सेफ्टी लेवल 4 के तहत चल रही हैं 59 प्रयोगशालाएं

विश्लेषज्ञों का कहना है कि, वुहान प्रयोगशाला के बारे में जांच से चाहे जो निष्कर्ष निकले, लेकिन यह साफ है कि कोविड-19 महामारी ने वायरस रिसर्च पर दुनिया का ध्यान केंद्रित कर दिया है। अब तक ऐसे अनुसंधान की अंतरराष्ट्रीय निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं है।

यह भी पढ़े: अलीगढ़ शराब कांड: 25,000 के इनामी नीरज चौधरी समेत 3 गिरफ्तार, अब तक 104 की मौत

लेवल 4 के तहत चल रही प्रयोगशालाएं

कोबलेन्त्ज और लेन्तोज ने ध्यान दिलाया है कि, 59 प्रयोगशालाएं सेफ्टी लेवल 4 के तहत चल रही हैं, लेकिन उनमें एक चौथाई में ही उच्चस्तरीय बायोसिक्युरिटी संबंधी व्यवस्था है। एक तिहाई में ऐसी व्यवस्था मध्यम दर्जे की है, जबकि 41 प्रतिशत में निम्नस्तरीय तैयारी है।

कुछ समय पहले अमेरिकी पत्रिका न्यूयॉर्क मैगजीन में छपे एक लंबे विश्लेषण में बताया गया था कि, इस बात की काफी संभावना है कि, वुहान में संक्रमण प्रयोगशाला से फैला हो। ऐसी घटनाएं दुनिया की दूसरी वायरस संबंधी प्रयोगशालाओं में भी हो चुकी हैं।

यह भी पढ़े: अलीगढ़ शराब कांड: 25,000 के इनामी नीरज चौधरी समेत 3 गिरफ्तार, अब तक 104 की मौत

प्रयोगशालाओं में होता है खतरनाक सामग्रियों का इस्तेमाल 

अब फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि, अमेरिका का स्वास्थ्य विभाग और सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल की निगरानी में 67 प्रकार के टॉक्सिन और संभावित खतरनाक सामग्रियों का इस्तेमाल प्रयोगशालाओं में होता है। 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 13 बार ऐसे पदार्थ गायब हो गए और 219 बार वे लीक हुए। यह सिर्फ संयोग की बात थी कि उनसे कोई बीमार नहीं हुआ।

प्रयोगशालाओं में पूरी पारदर्शिता से काम हो- लेन्तोज

कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि, चीन ने वुहान प्रयोगशाला की अंतरराष्ट्रीय जांच के प्रति जैसी अनिच्छा दिखाई, उससे वहां मौजूद किसी समस्या का शक हुआ। लेन्तोज ने कहा- ‘हमने वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के बारे में अब तक यही देखा है कि वहां क्या काम होता है, इस बारे में खुलापन और पारदर्शिता नहीं बरती गई है। लेकिन जब आप इस तरह की प्रयोगशालाएं बनाते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि वहां पूरी पारदर्शिता से काम हो।’

यह भी पढ़े: ट्विटर पर एक्शन की तैयारी ! सरकार ने दी आखिरी चेतावनी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here