द लीडर हिंदी, जम्मू। जम्मू और कश्मीर में विधानसभा सीटों के परिसीमन के लिए के लिए परिसीमन आयोग राज्य के दौरे पर है.
एक तरफ जहां केंद्र सरकार जम्मू और कश्मीर में विधानसभा सीटों के फर्क को कम करने के लिए परिसीमन करवाने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अब प्रदेश में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग तेज हो रही है.
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राजनीतिक संगठनों ने मिलकर तय होगी परिसीमन की रूपरेखा
गौरतलब है कि, परिसीमन आयोग 4 दिनों तक जम्मू कश्मीर के दौरे पर है और इन 4 दिनों में वह विभिन्न राजनीतिक संगठनों से मिलकर परिसीमन की रूपरेखा तय करेगा.
जम्मू कश्मीर को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग
बीजेपी जहां एक तरफ इस परिसीमन आयोग का स्वागत कर रही है वहीं दूसरी तरफ समस्त विपक्ष परिसीमन आयोग से जम्मू कश्मीर को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहा है. इसी मांग को लेकर आज जम्मू में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया.
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कांग्रेस ने मांग की है कि, जम्मू कश्मीर में अगर राजनीतिक माहौल बनाना है और जम्हूरियत की जड़े मजबूत करनी है तो पहले प्रदेश को राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए और उसके बाद चुनाव कराए जाने चाहिए.
राज्य का दर्जा देने से लोगों का केंद्र सरकार पर बढ़ेगा विश्वास
कांग्रेस इसके पीछे यह तर्क दे रही है कि अगर जम्मू कश्मीर को पहले राज्य का दर्जा दिया गया तो लोगों का विश्वास केंद्र सरकार पर बढ़ेगा और वह भारी संख्या में आकर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और पुलिस में हुई धक्का-मुक्की
कांग्रेस ने इस मांग को लेकर आज जम्मू में प्रदर्शन किया है. कांग्रेसी कार्यकर्ता अपने दफ्तर से निकलकर शहर की तरफ जा रहे थे लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल बढ़ने कांग्रेसियों को शहर में आने से रोका.इस बीच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और पुलिस की धक्का-मुक्की भी हुई.