यूपी में10 नए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना,सीएम का निर्देश स्वास्थ्य मंत्री रखें नजर

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एन्ड कमांड सेंटर की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है।उन्होंने कहा है कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह सेंटर जनता के लिए उपयोगी हो, नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-11 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई अहम दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए प्रदेश में 10 नए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर नजर रखेंगे। इसके अलावा सीएम ने कहा कि लखनऊ स्थित अवध शिल्पग्राम में नया कोविड-19 अस्पताल तैयार किया जाएगा।

सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर जनरल ओपीडी बंद रहेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री आरोग्य स्वस्थ मेले का आयोजन 16 मई तक स्थगित कर दिया गया है। सीएम ने निर्देश दिया है कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग रेमडिसिवर इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराएगा।सभी अस्पतालों में अगले 36 घंटों के लिए निर्बाध गति से ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी।

 

सीएम के प्रमुख निर्देश

प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अति शीघ्र 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है।10 नवीन ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में स्थान का चिन्हांकन कर आज से ही युद्धस्तर पर कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाए।स्वास्थ्य मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थय इस पूरी कार्यवाही पर सीधी नजर रखेंगे
लखनऊ स्थित अवध शिल्प ग्राम में एचएएल के सहयोग से एक नया सर्व सुविधायुक्त कोविड हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग एचएएल से समन्वय स्थापित कर इस अतिमहत्वपूर्ण कार्य को तत्काल क्रियाशील करे।

रविवार को घोषित साप्ताहिक बन्दी सभी जनपदों में प्रभावी बनाई जाए। इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकेंगी अभ्यर्थी प्रवेश पत्र दिखाकर आवागमन कर सकेंगे।सार्वजनिक परिवहन आधी क्षमता के साथ संचालित किए जाएं।साप्ताहिक बन्दी के दौरान औद्योगिक इकाइयों को बन्दी से छूट होगी।
सरकारी अस्पतालों में, इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, जनरल ओपीडी का संचालन स्थगित किया जाए। टेलीमेडिसिन को प्रोत्साहित किया जाए, ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें।चिकित्सकों के नाम, विशेषज्ञता आदि के सम्बंध में विधिवत प्रचार-प्रसार कराया जाए।मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन 16 मई तक स्थगित रहेगा।साप्ताहिक बन्दी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जारी रहेगी।इस अवधि में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का वृहद अभियान चलाया जाए।पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा।
साप्ताहिक बन्दी के दौरान शादी-विवाह आदि के पूर्व निर्धारित कार्य कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए सम्पन्न होंगे।बंद हॉल में अधिकतम 50 एवं खुले मैदान पर होने वाले आयोजनों में अधिकतम 100 लोग ही उपस्थित हो सकते हैं। इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए।

सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे।खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के संबंध में स्थापित कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहे।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग रेमडिसिविर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें।सभी अस्पतालों में अगले 36 घंटों के लिए अनुमानित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए किसी भी प्रकार के जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है। सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए। शिथिलता स्वीकार्य नहीं है।।राज्य मंत्री अतुल गर्ग इस कार्य की सतत मॉनिटरिंग करेंगे।निजी मेडिकल कॉलेजों में जहां ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी के कारण आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।ऐसे संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा। डीजी मेडिकल एजुकेशन इस व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे।
कोविड विभीषिका के बीच भी अब तक 29 लाख 50 हजार क्विंटल गेहूं क्रय किया जा चुका है।क्रय केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।कृषि उत्पादन आयुक्त इसकी मॉनिटरिंग करेंगे किसानों के भुगतान में विलंब न हो।
लखनऊ स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एन्ड कमांड सेंटर अपनी कार्यशैली में सुधार की आवश्यकता है।संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह सेंटर जनता के लिए उपयोगी हो, अन्यथा की दशा में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सभी अधिकृत निजी एवं सरकारी प्रयोगशालाओं में कोविड टेस्ट का कार्य पूरी क्षमता से किया जाए।कल निजी प्रयोगशालाओं में 19 हजार से अधिक टेस्ट किये गए। कोविड टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं का पूरा प्रयोग किया जाए।सरकारी स्तर पर एकत्रित सैम्पल निजी प्रयोगशालाओं को भेजा जाए।जिला प्रशासन क्वालिटी कंट्रोल सुनिश्चित करें।
सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाई जाए। एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए।कहीं भी बेड की कमी कतई न हो। अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।चिकित्सा शिक्षा मंत्री के स्तर से इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाएगी।कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है।थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अतः पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए निगरानी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें।सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें।आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए।
कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है।सभी जनपदों में क्वारेंटाइन सेंटर संचालित किए जाएं।सेंटरों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और शयन की समुचित व्यवस्था हो।दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों का समुचित टेस्ट कर आवश्यकतानुसार क्वोंटाइन किया जाए।

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Abhinav Rastogi

पत्रकारिता में 2013 से हूं. दैनिक जागरण में बतौर उप संपादक सेवा दे चुका हूं. कंटेंट क्रिएट करने से लेकर डिजिटल की विभिन्न विधाओं में पारंगत हूं.

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