द लीडर देहरादून।
सोमवार को उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में कई जगह भारी बारिश हुई उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। अब तक एक व्यक्ति और पशुओं के मरने की सूचना है लेकिन खेतों और घरों में माली नुकसान हुआ है।
रुद्रप्रयाग जिले में सोमवार को दिन कहर बनकर आया है दोपहर बाद जिले में मूसलाधार बारिश शुरू होते ही जिला मुख्यालय से सटे नरकोटा गांव में बादल फटने की घटना से ग्रामीण भयभीत हो गए अचानक से आये मलबे के कारण आधा दर्जन घरों में मलबा घुस गया। घटना के बाद आपदा प्रबंधन राजस्व और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घरों से मलबा साफ करने का कार्य किया जा रहा है इसके अलावा कई लिंक मार्गो पर मलबा आने से वाहन फंस गए हैं ।
विकास खण्ड जखोली के अमकोटी-त्यूंखर मोटरमार्ग पर एक दुपहिया वाहन मलबे की चपेट में आ गया बाइक में 2 लोग सवार थे इनमें एक व्यक्ति को गंभीर चोट आ गई जिसे जखोली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया व्यक्ति पर गंभीर चोट आने से उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया जिले में तेज बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में गदेरे उफान पर आ चुके हैं जिस कारण ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है वहीं रुद्रप्रयाग-श्रीनगर राजमार्ग के नरकोटा और सम्राट होटल के बीच ऊपर पहाड़ी पर बादल फटने से भारी मलबा आ गया मलबे की चपेट में एक मैक्स वाहन आ गया वाहन में चालक सहित कुल चार लोग सवार थे जिनको स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया। वाहन मलबे के साथ बहकर नदी में समा गया मूसलाधार बारिश के कारण श्रीनगर-रुद्रप्रयाग राजमार्ग जगह-जगह बंद पड़ा हुआ है ।
रुद्रप्रयाग में जिला मुख्यालय से सटे नरकोटा गांव के सैंण तोक में बादल फटने की घटना से गांव में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया । आधा दर्जन से अधिक आवासीय भवनों में मलबा घुसने से लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर जाकर अपनी जान बचाई। बच्छणस्यूं पट्टी के फतेहपुर में भी बादल फटने की घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है यहां भी ग्रामीणों को अपनी जान को बचाकर भागना पड़ा।
उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के कुमराणा और बल्डोगी गांव में अतिवृष्टि होने से भारी नुकसान हुआ है। यहां बादल फ़टने के बाद पानी के साथ आया मलबा घरों में घुस गया और गांव के खेतों रास्तों को तबाह कर गया। कुछ ग्रामीणों के घरों की दीवार, आंगन, गोशाला बह गए हैं। तीन पशुओं के बहने की सूचना है। एसडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। ग्रामीणों ने किसी तरह अपने घरों से दूर भागकर जान बचाई।
रविवार को भी दोपहर बाद ज्यादातर इलाकों में बादल छा गए और चोटियों पर हिमपात हुआ। चमोली में देर शाम कई जगह ओले गिरे। जबकि, निचले इलाकों में बूंदाबांदी हुई।
कुमाऊं में अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल व बागेश्वर में मौसम सामान्य बना रहा। ऊधमसिंह नगर में बादल छाए रहे। पिथौरागढ़ में उच्च हिमालयी क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि हुई।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक चार मई को उत्तराखंड में यलो अलर्ट है। पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। मैदानी क्षेत्र में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश गर्जन के साथ होगी। देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और ओवावृष्टि की भी संभावना है। मैदानी क्षेत्र में भी हल्की से हल्की बारिश हो सकती है।
पांच मई को राज्य के देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, नैनीताल, पौड़ी, अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर में ओरेंज अलर्ट है। सात मई को राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन के साथ हो सकती है। इस दिन के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।