शादी की उम्र क्या होनी चाहिए, 21 या फिर 18 साल, इस बहस को सुप्रीमकोर्ट के कुछ फैसलों से समझिए
अज़हान वारसी -समाज में बहुत सारे आम से सवाल ऐसे हैं, जिनका जवाब हमारे पास नहीं होता और होता भी है तो वो जवाब ऐसा होता कि जिस पर…
अय्यूबी वंश की शहजादी ज़ैफा खातून, जिनके हुनर और काम पर है तारीख को नाज
खुर्शीद अहमद अय्यूबी वंश के पुरुष अपनी वीरता और बहादुरी के लिए मशहूर हैं. इन्होंने यूरोपीय सेनाओं का डटकर मुकाबला किया. उन्हें पराजित करके बैतुल मुक़द्दस और फिलिस्तीन को…
ब्राज़ील का कमाल : Covid-19 और Flu की वैक्सीन की खाली शीशियों से बनाया क्रिसमस ट्री
द लीडर। एक तरफ कोरोना जहां फिर से पूरी दुनिया में कहर बनकर टूट रहा है। तो वहीं देश-दुनिया में कोरोना से बचाव के लिए बड़ी मात्रा में लोगों को…
क्या आप सोशल मीडिया को हिंदू और मुसलमान के बीच बढ़ती खाई के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे ?
द लीडर। देश-दुनिया में सोशल मीडिया अपना बड़ा रोल प्ले करता है। सोशल मीडिया समाज के सामाजिक विकास में अपना योगदान देता है और कई व्यवसायों को बढ़ाने में भी…
भारतीय संविधान के एक शिल्पकार सर सैयद मोहम्मद सादुल्लाह-इनके बारे में क्या जानते हैं आप
खुर्शीद अहमद 26 नवंबर हमारे देश का संविधान दिवस है. संविधान सभा की ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष डाॅक्टर भीमराव आंबेडकर ने 26 नवंबर 1949 को संविधान तैयार करके राष्ट्रपति…
गौस-ए-आजम के किरदार को महसूस करो, मुहब्बत उनकी राह है, जो जमीन को ठंडक, आसमान को नरमी और दिलों को सुकून देती
हफीज किदवई -तुम्हारे पास क्या है? तेज़ आवाज में डाकू नें एक बच्चे से पूछा. मासूम से बच्चे नें कहा ये थोड़ी सी अशर्फ़ी हैं. डाकू नें फिर और…
राष्ट्रीय प्रेस दिवस : ये तस्वीर न सिर्फ दम तोड़ चुकी पत्रकारिता का नमूना है बल्कि भविष्य भी!
अतीक खान आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है. एक दिन पहले ही पत्रकार समृद्धि और स्वर्णा झा को त्रिपुरा से जमानत मिली है. दोनों सांप्रदायिक हिंसा की ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंची…
सेंट्रल एशिया से घोड़ों पर सवार होकर आए हमारे बुजुर्ग, एक हाथ में तलवार-दूसरे में कुरान…
खुर्शीद अहमद –घोड़ों पर सवार होकर हमारे बुजुर्ग सेंट्रल एशिया से आए. उनके एक हाथ में तलवार, तो दूसरे में कुरान थी. ये एतिहासिक किस्से सुनकर हमने कभी पलटकर…
अल्ताफ संग कानून पर भरोसे का भरम भी कब्र में दफनाकर चांद मियां बोले-”हमें पुलिस से कोई शिकायत नहीं”
अतीक खान -फैज अहमद फैज का ये शेर पढ़ लीजिए. फिर अल्ताफ की दास्तां. ”बने हैं अहले हवस मुद्दई भी-मुंसिफ़ भी, किसे वकील करें, किस से मुंसिफ़ी चाहें.” ”मेरे…
”उर्दू का घर सलामत, दिल का यही ठिया है”-उर्दू दिवस पर प्रोफेसर इसरार ख़ान की ये नज़्म पढ़िए
द लीडर : महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय (MJPRU) के अर्थशास्त्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर मुहम्मद इसरार खान ने उर्दू दिवस पर एक नज्म लिखी है. जिसमें उन्होंने उर्दू जबान…