महाराष्ट्र में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामले, केंद्र सरकार से 2 लाख इंजेक्शन की मांग

मुंबई। कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस या म्यूकोरमायकोसिस अलग-अलग राज्यों में अपना जाल फैला रहा है. इस वजह से इसके इलाज में काम आने वाला महत्वपूर्ण दवाई एंफोटेरिसिन बी की मार्केट में कमी भी देखी जा रही है. जैसे-जैसे राज्यों में ब्लैक फंगस का प्रभाव बढ़ रहा है और इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है.

यह भी पढ़े: #CoronaVirus: देश में 24 घंटे में 2.76 लाख नए मामले, 3874 की मौत

एंफोटेरिसिन बी की 2 लाख वाइल्स की मांग

वहीं सरकारें आतंकित होती जा रही हैं. महाराष्ट्र सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी से एंफोटेरिसिन बी की 2 लाख वाइल्स की मांग की थी. हालांकि उन्हें अभी तक मात्र 15-16 हजार डोज ही प्राप्त हुई है.

मरीजों का इलाज करने में हो रही दिक्कतें

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, हमने प्रधानमंत्री से दो लाख डोज की मांग की थी, हालांकि अब तक 15000-16000 वाइल्स ही हमें दिया गया है. प्रधानमंत्री के साथ होने वाली आगामी वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अलॉटमेंट कार्य को लेकर बात करेंगे. क्योंकि प्रदेश में इस इंजेक्शन की भारी मांग है. अगर हमें दवाई नहीं मिली तो संक्रमित मरीजों का इलाज करने में दिक्कतों का सामना करना होगा.

यह भी पढ़े: बारिश से आंदोलनकारी किसानों के टैंट-ट्रॉलियाें में भरा पानी, बोले- पूरे जीवन करते हैं मौसम की मार से मुकाबला

सरकारी अस्पतालों में ब्लैक फंगस मरीजों का फ्री में हो इलाज 

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, प्रदेश में ब्लैक फंगस के कुल 1500 मामले हैं. हमने तय किया है कि, महात्मा ज्योतिबा फूले जन आरोग्य योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमायकोसिस से पीड़ित मरीजों का फ्री में इलाज करें. राज्य सरकार उन्हें एंफोटेरिसिन बी मुहैया कराएगी. इस इंजेक्शन को लेकर ग्लोबल टेंडर भी इशू किए गए हैं.

महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस से 52 लोगों की मौत

बता दें कि, सरकारी डाटा के मुताबिक पिछले साल से अब तक कोरोना फैलने के बाद से महाराष्ट्र में म्यूकोरमायकोसिस से 52 लोगों की जानें गई हैं. मरने वाले सभी लोग पहले कोरोना संक्रमित हुए थे. कोरोना से ठीक होने के बाद उन्हें ब्लैक फंगस इंफेक्शन हुआ और उनकी जान चली गई.

यह भी पढ़े: बाजार में नहीं मिलेगी DRDO की एंटी-कोविड ड्रग, ये है वजह

प्रदेश में 40 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, प्रदेश में ब्लैक फंगस के कुल 1500 मामले थे. सिर्फ पुणे जिले में म्यूकोरमायकोसिस के 270 मामले सामने आए हैं. पड़ोसी राज्य गुजरात में स्थिति और विकट है. सिर्फ सूरत में 8 लोगों ने ब्लैक फंगस की वजह से अपनी दृष्टि खो दी है. जबकि पूरे प्रदेश में कुल 40 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई.

इंजेक्शन लिप्सोमोल एंफोटेरिसिन बी की भारी कमी

ब्लैक फंगस बीमारी की वजह से महत्वपूर्ण इंजेक्शन लिप्सोमोल एंफोटेरिसिन बी की कमी को देखते हुए और मांग-पूर्ति को आसान बनाने के लिए कई राज्य सरकारें पूरे मामले को अपने हाथ में ले रही है. जबकि कई राज्य लगातार कठिनाई का सामना कर रहे हैं और कमी को पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं

यह भी पढ़े: यूपी में ब्लैक फंगस से बचाव व इलाज के लिए गाइडलाइनस जारी, मधुमेह के नियंत्रण पर खास जोर

 

 

indra yadav

Related Posts

बरेली में केलाडांडी का माहौल जांचने पहुंचे डीएम-एसएसपी

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में जुमे के दिन जिस केलाडांडी गांव में मस्जिद बनाम विवादित स्थल का तनाज़ा खड़ा हुआ, वहां माहौल का जायज़ा लेने के लिए…

बरेली में बिना रंजिश क्यों क़त्ल किए गए सेना के रिटायर्ड माली

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में कैंट के मिलिट्री डेयरी फॉर्म के पास झोंपड़ीनुमा कमरा बनाकर रहने वाले बुज़ुर्ग रिटायर्ड माली की लाश मिली है. तब जबकि उन्हें…