द लीडर | बेरोजगारी पर तीखी बहस और विपक्षी दलों व सरकार के बीच जुबानी जंग के बीच भाजपा के एक सांसद ने अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपतियों की ‘पूजा’ करने की बात कही है। BJP MP के जे अल्फोंस ने राज्यसभा में कहा कि अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपतियों की ‘पूजा’ की जानी चाहिए, क्योंकि वे रोजगार पैदा कर रहे हैं। दूसरी ओर, विपक्ष ने सरकार पर “बेकार” और “बेरोजगार” विकास के बारे में बात करने का आरोप लगाया और तर्क दिया कि सरकार की नीतियां आय असमानताओं को बढ़ा रही हैं।
केंद्रीय बजट पर बहस में भाग लेते हुए उन्होंने कहा, “आप मुझ पर पूंजीपतियों का मुखपत्र होने का आरोप लगा सकते हैं। जिन लोगों ने इस देश में नौकरियां पैदा की हैं, मैं उन लोगों का नाम लेता हूं, क्योंकि आपने उन्हें नाम दिया है। रिलायंस हो, अंबानी हो, अडानी हो, कोई भी हो… उनकी पूजा होनी चाहिए। हां, क्योंकि वे रोजगार मुहैया कराते है। पैसा लगाने वाले लोग अंबानी, अडानी… इस देश में पैसा बनाने वाला हर उद्योगपति रोजगार पैदा करता है। उन्होंने नौकरियां पैदा की हैं। उनका सम्मान करने की जरूरत है।”
यह भी पढ़े –पत्रकार राणा अय्यूब पर लगा मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप, ED ने 1.77 करोड़ रुपए कुर्क किए
‘किसे अमृत मिल रहा है और किसे जहर…’
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए बजट की राजद के मनोज कुमार झा ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे “अमृत काल का बजट” बताया है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पिछले कुछ वर्षों में इस सरकार के कामकाज की शैली को देखता हूं तो यह साफ हो जाता है कि किसे अमृत मिल रहा है और किसे जहर मिल रहा है। दोस्तों के लिए अमृत है। इसकी पर्याप्त आपूर्ति होती है… और अधिकांश लोगों को केवल जहर मिल रहा है।”
बेजोस की संपत्ति में 67 फीसदी का इजाफा-के जे अलफोंस
के जे अलफोंस ने आगे कहा, एलोन मस्क की संपत्ति 1016 प्रतिशत बढ़ गई है। क्या आप यह जानते हैं? गूगल के संस्थापक लैरी पेज की संपत्ति में 126 फीसदी का इजाफा हुआ है। बेजोस की संपत्ति में 67 फीसदी का इजाफा हुआ है। इन सभी टॉप 10 में सबसे नीचे बिल गेट्स हैं। उनकी संपत्ति में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। वैश्विक असमानता एक सच्चाई है, चाहे आप इसे स्वीकार करें या न करें।
RJD मंत्री ने की बजट की आलोचना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट की आलोचना करते हुए, राजद के मनोज कुमार झा ने कहा कि सरकार ने इसे ‘अमृत काल का बजट’ बताया है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पिछले कुछ वर्षों में इस सरकार के कामकाज की शैली को देखता हूं तो यह स्पष्ट हो जाता है कि किसे अमृत मिल रहा है और किसे जहर मिल रहा है। दोस्तों के लिए ये अमृत है और अधिकतर लोगों को केवल जहर मिल रहा है।