
द लीडर। महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों घमासान देखने को मिल रहा है। एक तरफ उद्धव सरकार गिर रही है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी भी टूटती नजर आ रही है. अब उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी को बचाने में जुट गए है। वहीं अब बीजेपी के एक नेता ने महाराष्ट्र में हो रही पॉलिटिक्स पर बड़ा बयान दिया है।
करनी का फल भुगतना तो पड़ता ही है- संगीत सोम
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही उथल-पुथल पर बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पेशी के दौरान मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि, करनी का फल भुगतना तो पड़ता ही है। उनके इस बयान ने महाराष्ट्र में मचे घमासान में आग में घी डालने का काम किया है।
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बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और मेरठ की सरधना सीट से पूर्व विधायक संगीत सोम ये बयान देने के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। संगीत सोम मुजफ्फरनगर में अपनी पेशी पर आये थे। लेकिन मीडिया से बातचीत हुई तो तीखे बयानों के तीर चलाने में पीछे नहीं हटे।
महाराष्ट्र की राजनीति पर बोले संगीत सोम
जब पत्रकारों ने महाराष्ट्र में चल रहे सियासी उथल पुथल के बारे में पूछा गया तो बीजेपी नेता ने सिर्फ एक लाइन में उत्तर देते हुए कहा कि, करनी का फल भुगतना तो पड़ता है।
बता दें कि, इससे पहले संगीत सोम ने ज्ञानव्यापी मस्जिद को लेकर बयान दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ। उन्होंने कहा था कि, 1992 में हमने विवादित गुंबद को ध्वस्त किया था। अब 2022 में ज्ञानवापी की बारी है। सोशल मीडिया पर पोस्ट में साफ लिखा था कि 92 में बाबरी तो 22 में ज्ञानव्यापी की बारी है।
संगीत सोम पर कई मामले चल रहे
संगीत सोम ने मुज़फ्फरनगर जिले से 2009 में सपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। उस समय उन्होंने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था। नामांकन के दौरान संगीत सोम और समर्थकों ने मालवीय चौक पर जाम लगा दिया था। और पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई थी।
इस संबंध में सिविल लाइन थाने में संगीत सोम और उनके निजी गार्ड वीरेंद्र, जगपाल और कम्मोद सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसकी पेशी पर संगीत सोम मुज़फ्फरनगर कोर्ट में पेश हुए थे। वहीं खतौली नवीन मंडी स्थल पर 13 अप्रैल 2008 को जनसभा में शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में भी संगीत सोम आरोपी है। इस मामले में भी उनके गैर जमानती वारंट चल रहे थे।
अग्निपथ योजना का विरोध न करने की अपील
कोर्ट से बाहर आने के बाद मीडिया ने जब अग्निपथ योजना को लेकर बात कि तो उन्होंने कहा कि, ये योजना बहुत अच्छी है। हम युवाओं से अपील करते हैं कि अग्निपथ का विरोध नहीं करें। अग्निपथ की बुकलेट को पढ़ें और समझें।
अग्निपथ के विरोध के बारे में उन्होंने कहा कि, कई जिलों में देखा गया है कि हिंसा करने वाले चौथी पास हैं। जिनकी एक टांग कटी हुई है, वे भी हिंसा कर रहे हैं। ये लोग किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं। सरकार युवाओं के लिए काम कर रही है। अगर युवाओं के समझ में कोई चीज नहीं आएगी तो उसको भी समझाया जाएगा।
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