ईदमिलादुन्नबी का चांद दिखने से पहले ही दरगाह आला हज़रत से डीजे को लेकर बड़ा एलान

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Ala Hazrat Urs 2022
आला हज़रत दरगाह बरेली.

द लीडर. इस्लामी कैलेंडर के माह रबिउल अव्वल का चांद नज़र आ गया. इसी के साथ आमद-ए-रसूल की मुबारकबाद का सिलसिला भी शुरू हो गया है. चांद नज़र आते ही साफ हो गया कि यूपी के ज़िला बरेली में पहला जुलूस-ए-मुहम्मदी 8 अक्टूबर को पुराना शहर में मुन्ना ख़ां के नीम से निकाला जाएगा. अगले दिन दूसरा जुलूस कोहाड़ापीर से निकलेगा. दोनों जुलूस भीड़ और दूरी के हिसाब के बड़े होते हैं. डेढ़-डेढ़ सौ अंजुमन हिस्सा लेती हैं. इन सभी अंजुमनों के लिए दरगाह आला हज़रत से बड़ा एलान किया गया है. सज्जादानशीन मुफ़्ती मुहम्मद अहसन रज़ा ख़ान क़ादरी (अहसन मियां) ने कहा है कि कोई भी अंजुमन डीजे के साथ जुलूस में शामिल नहीं होगी.



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सज्जादानशीन का यह एलान तब आया है, जब बहुत सी अंजुमनों ने बड़ी रक़म देकर डीजे बुक करने भी शुरू कर दिए हैं. सज्जादानशीन ने दरगाह आला हज़रत के मीडिया प्रभारी नासिर क़ुरैशी के ज़रिये कहा है कि अंजुमनों को जुलूस में शामिल होने के लिए लिखित रूप से देना होगा कि वो डीजे लेकर नहीं आएंगी. ऐसा करने वाली अंजुमनों की ही सूची पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी. इसके बाद भी कोई अंजुमन डीजे लाती है तो उसे जुलूस में शामिल होने के रोक दिया जाएगा. जुलूस की दोनों आयोजक अंजुमनों ख़ुद्दाम-ए-रसूल और इत्तेहादुल मुस्लेमीन के सदर व सेक्रेट्री से कहा है कि वे सभी अंजुमनों तक यह इत्तेला पहुंचा दें. साथ ही संगीत वाली ग़ैर शरई नात भी लाउडस्पीकर या सुराई पर नहीं बजाई जाएगी.



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सज्जादानशीन अहसन मियां ने कहा है कि डीजे के पैसे से ग़रीब लड़कियों की शादी बीमारों का इलाज, ग़रीब बच्चों के लिए तालीम का इंतज़ाम कराएं. रहमतुल्लिल आलमीन बनाकर भेजे गए पैग़ंबर-ए-इस्लाम की यौम-ए-विलादत पर छायादार पेड़ों के लिए पौधे लगाएं. डीजे को लेकर उर्स-ए-रज़वी के स्टेज से भी देशभर के उलमा मुफ़्ती मुहम्मद सलीम नूरी, मुफ़्ती सगीर अहमद जोखनपुरी, मुफ़्ती आक़िल रज़वी, कारी सखावत नूरी, मुफ्ती अय्यूब आदि ने विरोध किया था. कहा था कि नबी-ए-करीम की यौमे विलादत का जश्न शरई अंदाज़ में बेहद सादगी के साथ अमन- शांति का पैग़ाम देते हुए मनाएं. जुलूस निकालते वक़्त राहगीरों व बीमारों का ख़्याल रखें.



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दरगाह आला हज़रत स्थित मरकज़ी दारुल इफ्ता की मरकज़ी रुयते हिलाल कमेटी ने 29 सफर को चांद देखने का आह्वान किया था, शहर और आसपास आम तौर पर चांद देखा. दारुल इफ़्ता के वरिष्ठ मुफ्ती अब्दुर्रहीम नश्तर फारूक़ी ने बताया कि जानशीन ताजुश्शरिया काज़ी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती मुहम्मद असजद रज़ा खान क़ादरी ने एलान किया कि 28 सितंबर 2022 को माहे रबिउल अव्वल की पहली तारीख़ है. जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के प्रवक्ता समरान ख़ान ने बताया कि 9 अक्टूबर को ईदमिलादुन्नबी होगी.


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