PFI पर लगा 5 साल का बैन, 8 सहयोगी संगठनों पर भी प्रतिबंध

0
294
प्रतीकात्मक दृश्य
प्रतीकात्मक दृश्य

The leader Hindi: PFI पर NIA की छापेमारी के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। गृह मंत्रालय ने कार्यवाही करते हुए पीएफआई को गैर कानूनी संगठन घोषित करते हुए 5 साल के लिए बैन कर दिया है। इसके साथ ही इससे जुड़े अन्य 8 संगठनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इन सभी संगठनों के खिलाफ टेरर लिंक होने के सबूत मिले हैं। बता दे केंद्र सरकार ने ये एक्शन UAPA के तहत लिया है।

रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वीमेन फ्रंट, एंपावर फाउंडेशन, रिहैब फाउंडेशन और केरल समेत पीएफआई के सहयोगी संगठन और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है.

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ देशभर में जो कार्रवाई शुरू हुई, उसे ऑपरेशन ऑक्टोपस का नाम दिया गया. इसके तहत पहले देश के कुछ राज्यों में छापेमारी हुई, लेकिन इसके बाद अचानक 15 राज्यों में एक साथ रेड डाली गई. इस दौरान तमाम पीएफआई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. ऑपरेशन के दूसरे राउंड के तहत 27 सितंबर को देश के 8 राज्यों में एजेंसियों के इनपुट पर ATS और स्टेट पुलिस ने PFI के कई ठिकानों पर रेड मारी.

NIA रेड के बाद PFI ने बुलाया केरल बंद, पुलिसकर्मियों पर हुआ हमला

https://theleaderhindi.com/after-nia-raid-pfi-called-kerala-bandh-policemen-attacked/

मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, महाराष्ट्र ,गुजरात, कर्नाटक और असम में सुरक्षा एजेंसियों की महा रेड में PFI के 170 से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. असम और महाराष्ट्र में 25, यूपी में 57, दिल्ली में 30, एमपी में 21, गुजरात में 10 और कर्नाटक में 80 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया गया. इस दौरान काफी अहम सबूत हाथ लगे.

पीएफआई के खिलाफ एक्शन के बाद से ही गृह मंत्रालय लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुआ था. गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में इस छापेमारी को लेकर एक बैठक भी बुलाई गई थी. इस बैठक में एनआईए डीजी और एनएसए अजित डोभाल समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि इसके बाद से ही पीएफआई पर बैन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. PFI के कैडर, फंडिंग और नेटवर्क से जुड़ी रिपोर्ट देखने के बाद गृह मंत्रालय ने आखिरकार पीएफआई को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया.

NIA की छापेमारी के विरोध में लगातार प्रदर्शन, पुणे में PFI समर्थकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के लगाए नारे

https://theleaderhindi.com/continuous-protest-against-nia-raids-pfi-supporters-raised-slogans-of-pakistan-zindabad-in-pune/

विवादित संगठन पीएफआई का नाम तमाम तरह की हिंसा और दंगों से जुड़ता रहा है. 27 सितंबर की छापेमारी में जांच एजेंसियों को ऐसे कई सबूत मिले हैं, जो बताते हैं कि PFI की तैयारी हिंदुस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की थी. हवाला से हासिल की गई रकम का इस्तेमाल PFI देश में दंगे कराने के लिए करने वाली थी. इसके बाद से तमाम राज्यों में सख्ती से जांच की जा रही है. अब बैन लगाए जाने के बाद पीएफआई नेताओं के खिलाफ जोरदार कार्रवाई हो सकती है।

देखिए इस फैसले पर क्या बोले “ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल” के चेयरमैन

 

ये भी पढ़े:

ED- NIA की PFI पर छापेमारी, आतंकी कनेक्शन होने की आशंका, लोग कर रहे जमकर विरोध

https://theleaderhindi.com/ed-nia-raids-on-pfi-fears-of-terrorist-connections-people-are-protesting-fiercely/