लखनऊ। रेप पीड़िता की आत्महत्या मामले में यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ट्वीट कर कहा कि, पुलिस ने बिना कारण बताये और एफ.आई.आर. की कॉपी दिए जबरन हजरतगंज थाने ले जाया जा रहा है।
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पुलिस द्वारा बिना कारण बताये और एफ.आई.आर. की कॉपी दिए जबरन हजरतगंज थाने ले जाया जा रहा है.
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 27, 2021
बता दें कि, रेप पीड़िता की खुदखुशी के मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर फंस गए हैं। मुख्तार अंसारी के कहने पर अमिताभ ठाकुर ने रेप के आरोपी अतुल राय की मदद में केस बिगाड़ने की कोशिश की थी।
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अमिताभ ठाकुर और अतुल राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बता दें कि, SIT की जांच के खुलासे के बाद अमिताभ ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। हजरतगंज थाने में अमिताभ ठाकुर और अतुल राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ जिसके बाद अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार हो गए हैं।
अमिताभ ठाकुर ने पूरा षडयंत्र रचा
पीड़िता ने खुदकुशी के पहले अमिताभ ठाकुर, मुख्तार अंसारी और अतुल राय के रिश्तों का खुलासा किया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि, अमिताभ ठाकुर ने पूरा षडयंत्र रचा था। इसके साथ ही पीड़िता ने नूतन ठाकुर पर भी आरोप लगाया था।पीड़िता ने खुदकुशी के पहले एक वीडियो जारी कर पूरे राज खोले थे।
SIT जांच में भी पीड़िता के आरोप सही निकले
वहीं SIT जांच में भी पीड़िता के आरोप सही निकले। जांच में अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर, मुख्तार अंसारी और अतुल राय के साथ करीबी संबंध सामने निकलकर सामने आए।
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बता दें कि, पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान करने के कुछ घंटे बाद लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार को दोबारा हाउस अरेस्ट कर लिया.
सरकार को इतना डर क्यों?- अमिताभ ठाकुर
इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट के जारिए दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते और नयी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नज़रबंद कर दिया गया. अजीबोगरीब स्थिति ! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो! इतना डर क्यों सरकार?
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21 अगस्त को भी अमिताभ ठाकुर को नजरबंद किया था
इससे पहले 21 अगस्त को पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को नजरबंद कर दिया था. बता दें कि पिछले दिनों अमिताभ ठाकुर ने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते व नयी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नज़रबंद.
अजीबोगरीब स्थिति ! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो !
इतना डर क्यों सरकार ? pic.twitter.com/Xj6honduVz
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 27, 2021
सीएम योगी के खिलाफ किया था चुनाव लड़ने का ऐलान
बता दें, इससे पहले अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. उन्होंने लिखा था कि, कई साथी कह रहे हैं कि, आप योगी जी के खिलाफ चुनाव लड़ जाइए. विचार बुरा नहीं है. वैसे मैं भी जानता हूं कि मुझे वोट बहुत ही कम मिलेंगे, नाममात्र के, क्योंकि मुझमें नेताओं वाले गुण नहीं हैं, पर इतना जरूर है कि उस चुनाव में योगी जी से आचार संहिता का पूर्ण पालन जरूर करवा दूंगा.
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अमिताभ ठाकुर कौन हैं ?
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं. उनका करियर काफी विवादों से घिरा रहा. वह कई जिलों में एसपी रहे. अमिताभ ठाकुर नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी रहे हैं. उनकी पत्नी भी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. साल 2015 में अमिताभ ठाकुर ने उस वक्त सनसनी फैला दी थी.
जब पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगा दिया था. वह सर्विस में रहते हुए सरकारों के खिलाफ मुखर रहे. इसी साल उन्हें जबरन रिटायर कर दिया है.
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