लखनऊ। बंगाल में चुनाव जारी है लेकिन बीजेपी के सामने एक नई परेशानी आ गई है। ये परेशानी खड़ी की है तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं ने। ममता की पार्टी में अभी तक भगदड़ मची हुई है।
ममता ने 24 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं। इसमें से 17 ने बीजेपी की सदस्यता ली है। बीजेपी से तमाम नेता और कार्यकर्ता अब तक अपने अपने क्षेत्र में इन सभी भी का विरोध करते रहे हैं।
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बात केवल विरोध तक ही सीमित नहीं है कई क्षेत्रों में बीजेपी कार्यकर्ताओं की इन पुराने तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं से हिंसक झड़प तक हो चुकी है। वो इनके खिलाफ लड़ रहे थे और उनका मुकाबला कर रहे थे।
फिलहाल तृणमूल के ये नेता बीजेपी के साथ आकर अब अपनी दीदी को ललकार रहे हैं। बीजेपी अब तक पहले दो चरण के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। बाकी बचे 6 चरणों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान होना बाकी है।
बीजेपी की बंगाल इकाई खुलकर सामने आई है कि टिकट पर पहला हक उन नेताओं और कार्यकर्ताओं का बनता है जो इतने साल से पार्टी के साथ जुड़े हुए थे। समस्या बड़ी है और विकट भी क्योंकि दो चरणों की अधिसूचना जारी हो चुकी है और बाकी चरणों के लिए भी जल्दी ही जारी होगी।
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दूसरी तरफ रविवार को शायद इसीलिए कोलकाता ब्रिगेड परेड ग्राउंड की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताया और दीदी के खिलाफ चुनाव जमकर लड़ने का आव्हान किया।
अब देखना ये है कि बाकी बचे चरणों के लिए किन नेताओं को टिकट मिलता है और उसमें तृणमूल छोड़कर बीजेपी के साथ आने वाले कितने होते हैं।