फ़लस्तीन की ज़मीन से इसराइल पर हमले से दोनों देशों में जंग जैसे हालात

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The Leader. इसराइल पर फ़लस्तीनी चरमपंथी गुट हमास के रॉकटे हमले में 40 से ज़्यादा लोगों की मौत और सैकड़ों ज़ख़्मी हुए हैं. मरने और ज़ख्मी होने वालों का आंकड़ा फ़लस्तीनी अधिकारियों की तरफ़ से और ज़्यादा बताया गया है. हमले के बाद इसराइल में अफ़रातफ़री का माहौल है. इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू ने इसे जंग क़रार देते हुए दुश्मनों को कड़ी क़ीमत चुकाने की बात कही है. हमले को लेकर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं. इस मुश्किल घड़ी में इसलाइल के साथ खड़े हैं.

ख़बरों के मुताबिक़ हमलों की ज़िम्म्मेदारी फ़लस्तीन से जुड़े विद्रोही समूह हमास ने ली है. दावा किया है कि उसने 20 मिनट के भीतर इसराइल पर पांच हज़ार रॉकेट दागे हैं. न्यूज़ एजेंसीज़ की तरफ से जिस तरह के फुटेज जारी किए हैं, उनसे देखा जा सकता है कि अश्कलोन शहर में आग लगी है. इसराइली अग्निशमन कर्मी आग पर क़ाबू पाने की कोशिश में लगे हैं. धुंए का ग़ुबार उठ रहा है. इसराइल के अस्पतालों में ज़ख़्मी होने वालों का इलाज चल रहा है. हमास ने कहा है कि अब बहुत हो चुका. इसराइल ने हमारे नागरिकों के नरसंहार किए हैं. सैकड़ों लोग शहीद और ज़ख़्मी हुए हैं. इस आपरेशन को अल अक़्सा स्टॉर्म नाम दिया है.

दूसरी तरफ़ हमास के हमले के जवाब में इसराइली इसराइली सेना जंग की स्थिति में आ गई है. गज़ा पट्टी पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. धमकी दी है कि हमास को बड़ी क़ीमत चुकानी होगी. ईरान ने फ़लस्तीनी लड़कों की हिमायत की है. सऊदी अरब का कहना है कि वो फ़लस्तीनी गुटों और क़ब्ज़े वाली इसराइल ताक़तों के बीच पैदा ही स्थिति से फैली हिंसा पर नज़र बनाए हुए है. भारत के साथ फ्रांस, अमेरिकी की तरफ़ से भी इसराइल पर हमले को ग़लत ठहराया है.