द लीडर | मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने पार्टी के फैसलों से नाराज जी -23 के नेताओं और उनकी मांगों पर प्रतिक्रिया दी है. कमलनाथ ने कहा है कि जल्द ही सब कुछ सामने आ जाएगा. अगले तीन महीनों में चुनाव होंगे. कमलनाथ का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब कांग्रेस हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हारी है और पार्टी हाईकमान पर दल के भीतर से ही सवाल उठ रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा- G23 के लोग मेरे बहुत करीब हैं, वे वर्षों से मेरे मित्र और सहयोगी रहे हैं. उनकी सारी मांगें मान ली गई हैं. वे चुनाव चाहते थे, वह कराया जाएगा. 3 महीने में चुनाव होंगे. सब कुछ आपके सामने होगा.
People in the G23 are very close to me, they have been my friends and colleagues for years. The demands which they had have all been accepted – they wanted an election, it will be conducted. Elections will be held in 3 months, everything will come before you: Kamal Nath on G23 pic.twitter.com/X6d4Em7cMO
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 31, 2022
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पांच राज्यों में हार के बाद यह था G-23 का बयान
पांच राज्यों में चुनाव के बाद आए परिणामों में कांग्रेस को हार मिलने के बाद समूह ने एक बयान जारी किया था. बयान में कहा गया था – ‘‘हमारा मानना है कि कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का यही तरीका है कि सामूहिक और समावेशी नेतृत्व की व्यवस्था अपनाई जाए और हर स्तर पर निर्णय हो.’’
उनका यह भी कहना था, ‘‘बीजेपी का विरोध करने के लिए जरूरी है कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत किया जाए. हम मांग करते हैं कि कांग्रेस समान विचारधारा वाली सभी ताकतों के साथ संवाद की शुरुआत करें ताकि 2024 के लिए विश्वसनीय विकल्प पेश करने के लिए एक मंच बन सके.’’
मैं किसी पद का इच्छुक नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो किसी भी पद पर रहने को इच्छुक नहीं हूं. मैंने तो किसी पद के लिए आवेदन ही नहीं दिया था. अब जैसा फैसला होगा ठीक है. मैं जब 2018 में अध्यक्ष बना था तब भी मैने नहीं कहा था कि अध्यक्ष बना दो. मैं तो संतुष्ट था दिल्ली में. पर 1 मई 2018 से जब मैं यहां शिफ्ट हुआ तो चीजें बदल गईं. मैं नेता प्रतिपक्ष और अध्यक्ष आज से नहीं, दो साल से हूं.
महंगाई के खिलाफ आंदोलन
दूसरी ओर, कमलनाथ ने गुरुवार से महंगाई के विरोध में कांग्रेस का प्रदेशव्यापी महा आंदोलन शुरू किया. भोपाल में महंगाई मुक्त अभियान की शुरुआत हुई. कमलनाथ ने अपने सरकारी आवास के बाहर गैस सिलेंडर को माला पहनाई. उन्होंने इस मौके पर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि महंगाई से हर वर्ग परेशान है.
किसान महंगे बीज और खाद से परेशान है. कमलनाथ ने पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सलाह दी है कि वह साइकिल से मंत्रालय जाया करें. उन्होंने सीएम शिवराज पर आश्वासन की फैक्ट्री चलाने का आरोप लगाया. वो बोले प्रदेश में शराब सस्ती की जा रही है- दूध महंगा हो रहा है इसलिए लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो रही हैं.
क्या है कांग्रेस का G23
कांग्रेस के 23 नेताओं ने नेतृत्व के प्रति असंतोष व्यक्त किया है. पार्टी में संगठन स्तर पर बदलाव की मांग की है. इन 23 नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. इन नेताओं को ही ग्रुप 23 या G23 कहा जा रहा है. विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हुए फैसलों से भी G23 खेमा असंतुष्ट ही रहा था. नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने वाले गुलाम नबी आजाद ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. कुछ मुद्दे सुलझा लिए गए थे. कपिल सिब्बल भी राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं.
G23 को संतुष्ट करने सक्रिय हुईं सोनिया गांधी
पिछले हफ्ते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आनंद शर्मा, विवेक तनखा और मनीष तिवारी से लंबी चर्चा की थी. सोनिया की कोशिश G23 नेताओं के उठाए मुद्दों का समाधान देना और पार्टी में एकजुटता स्थापित करना है. सोनिया गांधी को यह संदेश भेजा गया है कि पार्टी के फैसले लेने के लिए चुनिंदा लोगों पर भरोसा करने के बजाय सामूहिक फैसला लेने के मॉडल को बनाना होगा. सोनिया ने भी पद्म भूषण प्राप्त करने पर आजाद से फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी थी. बताया जाता है कि बड़े फेरबदल अगस्त-सितंबर में होने वाले चनावों के बाद ही होंगे. तब तक थोड़े-बहुत बदलाव किए जा सकते हैं.