द लीडर | कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में बुधवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर मनरेगा को कमजोर करने का आरोप लगाया. बिना पीएम मोदी का नाम लिए उन्होंने कहा, MGNREGA, जिसका कुछ लोगों ने कुछ साल पहले मजाक उड़ाया था, उसने कोविड-19 और लॉकडाउन में करोड़ों गरीब परिवारों को समय से सहायता दी और सरकार को बचाने में भी अहम भूमिका निभाई. फिर भी मनरेगा के बजट में लगातार कटौतियां हो रही हैं.
MGNREGA, which was mocked by several people a few yrs ago, provided timely help to crores of affected poor families during COVID & lockdown & played a positive role in saving the govt. Still, constant cuts are being made in the budgetary allocation for MGNREGA: Sonia Gandhi in LS pic.twitter.com/jGltLlEC9p
— ANI (@ANI) March 31, 2022
सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, इससे वक्त पर भुगतान और नौकरियों की कानूनी गारंटी कमजोर हो रही है. बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है तब भी मनरेगा का बजट 2020 की तुलना में इस साल 35% कम है. बजट में कटौती के कारण श्रमिकों के भुगतान में देरी हो रही है, सुप्रीम कोर्ट ने इसे मजबूर श्रम कहा है.
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‘लोगों ने महात्मा गांधी मनरेगा का मजाक उड़ाया था’
लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, कुछ साल पहले कई लोगों ने महात्मा गांधी मनरेगा का मजाक उड़ाया था, उसी मनरेगा ने कोरोना और लॉकडाउन में करोड़ों प्रभावित गरीबों को ठीक समय पर मदद करते हुए सरकार की बचाव में सकारात्मक भूमिका निभाई. फिर भी मनरेगा के लिए आवंटित बजट में लगातार कटौती की जा रही है.
इस साल मनरेगा का बजट साल 2020 की तुलना में 35% कम है जबकि बेरोज़गारी लगातार बढ़ रही है. बजट में कटौती से कामगारों के भुगतान में देरी होती है जिससे सुप्रीम कोर्ट ने बंधुआ मजदूरी मना है. शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हि मनरेगा के लिए उचित आवंटन हो, काम के 15 दिनों के भीतर कामगारों को मजूदरी का भुगतान हो तथा भुगतान में देरी पर मुआवजे भी दिया जाए.’’
सराकर ने आरोपों को खारिज किया
सरकार ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मनरेगा के लिए एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन हुआ है, जबकि पूर्व की संप्रग सरकार के समय न सिर्फ आवंटन कम था, बल्कि ‘भ्रष्टाचार’ भी होता था. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘संप्रग के समय आवंटित बजट खर्च नहीं होता था. लेकिन मोदी सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया. इनके (कांग्रेस) समय सिर्फ भ्रष्टाचार होता था.’’ ठाकुर ने कहा, ‘‘ये लोग मंत्री की ओर से जवाब देने का विरोध कर रह है. यह दिखाता है कि विपक्ष सिर्फ राजनीति करता है.’’
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