आला हज़रत के उर्से रज़वी में उमड़ा अक़ीदतमंदों का जनसैलाब, आज टूट जाएंगे भीड़ के सारे रिकॉर्ड

द लीडर : आला हज़रत-इमाम अहमद रज़ा ख़ान का 104वां उर्से रज़वी शानो-शौकत के साथ मनाया जा रहा है. बरेली की गलियों में आला हज़रत के दीवानों का जनसैलाब उमड़ता आ रहा है. इश्क़, मुहब्बत और अक़ीदत का ख़ुशनुमा माहौल है. देश-दुनिया के ज़ायरीन दरगाह पर अक़ीदत का नज़राना पेश कर रहे हैं. और अदबो एहतराम के साथ उर्स की रस्में अदा की जा रही हैं. (Ala Hazrat Urse Razvi)

यूपी के ज़िला बरेली में आला हज़रत की दरगाह है. यहां का इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान उर्स का प्रमुख मंच है. जहां, दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रज़ा ख़ान-सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी-अहसन मियां की अगुवाई में उर्से रज़वी की रौनक आम है. उर्स की पहली रात को देश के कोने-कोने से जुटे उलमा-ए-कराम ने नातिया कलाम पेश किए. आला हज़रत की ज़िदगी पर रौशनी डाली. हज़ारों ज़ायरीन इस पैग़ाम के गवाह रहे.

तीन साल बाद आला हज़रत के उर्स की वो चमक वापस आई है, जो बंदिशों में में गुम रही थी. इस बार सारी पाबंदियां हट चुकी हैं तो पहले से ही माना जा रहा था कि इस उर्स में भारी भीड़ उमड़ेगी. सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से हज़ारों की संख्या में पुलिसबल तैनात है. बरेली के अलावा आसपास के ज़िलों से भी क़रीब दो हज़ार पुलिसकर्मी उर्स के लिए बुलाए गए हैं. पीएससी भी सुरक्षा में लगी है. (Ala Hazrat Urse Razvi)


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ज़िला-पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों की निगरानी में सुरक्षा-व्यवस्था का खाका खींचा गया है. उधर अलग-अलग राजनीतिक दलों की ओर से भी चादरों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. आम आदमी पार्टी के नेता रईस अहमद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चादर लेकर दरगाह पहुंचे. उनके साथ दिल्ली पार्टी के पदाधिकारियों के साथ स्थानीय नेता भी मौजूद रहे. दरगाह के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने कहा कि उर्स शानो शौकत और अदब के साथ मनाया जा रहा है. ज़ायरीन के लिए पुख्ता इंतज़ाम हैं. सैकड़ों की संख्या में लंगर आम हैं.

उर्से रज़वी का दूसरा मंच मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर्रज़ा है. जहां दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन और नबीरे आला हज़रत मुफ़्ती असजद रज़ा क़ादरी-असजद मियां की सरपस्ती में उर्स मनाया जा रहा है. जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के उपाध्यक्ष सलमान हसन ख़ान आैर महासचिव फ़रमान हसन उर्स की व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं. यहां रात को उलमा-ए-कराम की महफ़िल सजी. मदरसे में भव्य पंडाल सजाया गया है. और हज़ारों की संख्या में ज़ायरीन यहां आला हज़रत के पैग़ाम से रूबरू हो रहे हैं. (Ala Hazrat Urse Razvi)

आज यानी जुमेरात की रात को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान, मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर्रज़ा और मदरसा जामिया नूरिया रज़विया में बड़ी कांफ्रेंस होंगी. जिनमें देश-दुनिया के नामवर उलमा-ए-कराम आला हज़रत की ज़िंदगी और सूफ़ी-ख़ानक़ाही पैग़ाम पर रौशनी डालेंगे. इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में उलमा के लिए पहले से कुछ टॉपिक्स निर्धारित किए गए हैं, जो समाज की आम ज़िंदगी से जुड़े हैं. उनके प्रति जागरुक किया जाएगा. इसी तरह मदरसा जामियातुर्रज़ा में देश-विदेश के उलमा आला हज़रत के बारे में खिताब करेंगे.

मदरसा जामिया नूरिया रज़विया में आला हज़रत ख़ानदान की सबसे बुजुर्ग शख़्सियत मौलाना मन्नान रज़ा ख़ान-मन्नानी मियां की सरपस्ती में कांफ्रेंस होगी. यहां कई ख़ानकाहों के सज्जादागान और उलमा शामिल होंगे.

जुमे के दिन यानी 23 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर आला हज़रत का कुल होगा. जिसमें लाखों की संख्या में ज़ायरीन शामिल होंगे. कुल को लेकर पुलिस-प्रशासन और दरगाह इंतजामियां की तरफ से विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. और दरगाह आला हज़रत से लेकर इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान तक सुरक्षा व्यवस्था का फुलप्रूफ प्लान पहले से तैयार है. (Ala Hazrat Urse Razvi)


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  • Ateeq Khan

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