द लीडर | सपा के गठबंधन पर काफी समय से चलते आ रहे सवाल का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जवाब दे दिया है. वह अपने चाचा की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ करार करेंगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव इस गठबंधन से काफी खुश हैं क्यूंकि वह यह गठबंधन काफी समय से करना चाह रहे थे और इस पर काफी बयान भी दे रहे थे. हालही में उन्होंने कहा था की सपा से गठबंधन के लिए हमारी तरफ से पूरी कोशिश कर ली गई है और अब आगे क्या होता है यह आपको खुद पता चल जाएगा.
छोटे और क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन
लेकिन आज अखिलेश ने कहा है कि, आगामी विधानसभा चुनाव में एसपी चाचा की पार्टी प्रगतिशील समाज पार्टी और और सभी छोटे और क्षेत्रीय दलों के साथ चुनावी गठबंधन करेगी. हालांकि पहले माना जा रहा था अखिलेश यादव मुलायम सिंह के 22 नवंबर को होने वाले जन्मदिन से पहले चाचा के साथ चुनावी गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं. लेकिन उन्होंने चाचा को इससे पहले ही अपने खेमे में शामिल कर लिया है.
उन्होंने कहा कि वह चाचा को पूरा सम्मान देंगे. असल में राज्य में चुनावी गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव सभी छोटे दलों को अपने गठबंधन में शामिल कर रहे हैं. जबकि शिवपाल लगातार एसपी के साथ गठबंधन को लेकर बयान दे रहे थे। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि उन्होंने अपनी तरफ से सभी तरह से प्रयास कर लिए हैं. अब जवाब उस तरफ से आना है.
पिछले विधानसभा चुनाव में शुरू हुई थी चाचा-भतीजे की सियासी रंजिश
फिलहाल इसे शिवपाल सिंह के लिए राहत की खबर माना जा रहा है. क्योंकि वह अपने सियासी वजूद के लिए संघर्ष कर रहे थे. जबकि एसपी राज्य में पीएसपी का विलय कराने के लिए दबाव बना रही थी. असल में राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव के समय से ही चाचा-भतीजे के बीच सियासी रंजिश चल रही है. माना जा रहा था कि ये जंग जंग मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के दिन खत्म हो सकती है.
लेकिन अखिलेश यादव ने दिवाली से पहले ही बयान देकर अटकलों को खत्म कर दिया है. मुलायम सिंह का जन्मदिन 22 नवंबर को है. जबकि दो दिन पहले ही शिवपाल सिंह ने बयान दिया था कि यूपी चुनाव में अगर उनका एसपी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं होता है तो मुलायम सिंह उनकी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
महंगाई पर बोला हमला
वहीं अखिलेश यादव ने देश और राज्य में हो रही महंगाई को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महंगाई से हर कोई परेशान है, हर चीज में महंगाई है. सूबे में किसान, युवा सभी परेशान है और भाजपा सरकार किसानों को उर्वरक भी मुहैया नहीं करा पा रही है. जबकि राज्य में सीएम योगी, सपा सरकार द्वारा किए गए कार्यो का उद्घाटन कर रहे हैं.
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