द लीडर : हेट स्पीच (भड़काऊ भाषण) के खिलाफ मुंबई की रजा एकेडमी महाराष्ट्र के बाद दूसरे राज्यों की सरकारों को अपना प्रस्ताव दे रही है. जिसमें मजहबी रहनुमाओं (धार्मिक महापुरुषों) या धर्म पर ओछी और घटिया टिप्पणी पर रोक के लिए कानून लाए जाने की मांग शामिल है. बुधवार को एकेडमी के प्रतिनिधि मंडल ने राजस्थान के अल्पसंख्यक विभाग के कैबिनेट मंत्री सालेह मुहम्मद (Minister Saleh Muhammad) से मुलाकात की. और उन्हें अपना मेमोरेंडम सौंपा. (Raza Academy Hate Speech )
तहफ्फुज-ए-नामूसे रिसालत बोर्ड की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को राजस्थान पहुंचा था. अजमेर पहुंचकर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर हाजिरी दी. और यहां उलमा और मुस्लिम बुद्धिजीवियों की एक सभा हुई. जिसमें एक सुर में ये मांग उठी कि धर्म और बुजुर्गों पर अनर्गल बयानबाजी पर रोक के लिए कानून जरूरी है. Raza Academy Hate Speech
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इसी कड़ी में बुधवार को ये प्रतिनिधि मंडल राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री से मिला. बोर्ड के महासचिव सईद नूरी की अध्यक्षता में कैबिनेट मंत्री को मांग पत्र दिया. इस मांग के साथ कि वे राजस्थान विधान मंडल में ये बिल लाने की मांग रखें.
राजस्थान में अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार इस पर कदम बढ़ा पाएगी. ये देखना होगा. लेकिन एक बात साफ है कि जिस तरह से एकेडमी इस पर कानून बनाए जाने को लेकर एक्टिव हुई है. और सरकारों तक अपनी बात पहुंचा रही है. उससे हेट स्पीच पर नियंत्रण, बड़ा मुद्दा बन सकता है. जिसके खिलाफ पहले से ही सख्त कानून की जरूरत महसूस की जा रही थी.

बीते 30 जून को रजा एकेडमी ने मुंबई में वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ मिलकर एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की थी. इसमें दोनों संगठनों ने हेट स्पीच पर नियंत्रण का मसौदा पेश किया था. जिस पर संसद और राज्यों के विधानमंडल के जरिये कानून लाए जाने की मांग उठाई थी. Raza Academy Hate Speech
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दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सभी प्रमुख शख्सियतों ने कहा-जिस तरह से पैगंबर-ए-इस्लाम और कुरान की शान में गुस्ताखी की घटनाएं सामने आई हैं. वे मुस्लिम समाज को काफी आहत करने वाली हैं. हमारी मांग है कि किसी भी धर्म या उनके रहनुमा के खिलाफ कोई भी भी गलतबयानी नहीं करे. ऐसा करता है तो उसे कड़ा दंड दिया जाए.
ताकि समाज में अमन-चैन और सामाजिक भाईचारे का रिश्ता मजबूत बना रहे. इस दौरान ऑल इंडिया काजी बोर्ड के महासचिव मौलाना फजेल हक, अंजुमन सय्यदगान से सचिव सय्यद वाहिद हुसैन, सय्यद मोईनुद्दीन अशरफी, मुफ्ती अशरफ जीलानी, मुफ्ती शेर मुहम्मद आदि रहे.
रजा एकेडमी और बोर्ड के महासचिव मुहम्मद सईद नूरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी, जोकि इस्लाम और कुरान के बारे में अक्सर अपमानजनक बातें करते हैं. सरकारों से मेरी अपील है कि इस शख्स को फौरन गिरफ्तार किया जाए.
दूसरा जो लोग भी धर्म या उनके रहनुमाओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलना जरूरी है. हम राजस्थान सरकार के पास यही पैगाम लेकर आए हैं कि वो अभद्र भाषा निषेध कानून लाए. जिसे कोई नाम दिया जा सकता है. यही मांग महाराष्ट्र सरकार के समक्ष भी की है. दूसरे राज्यों और भारत सरकार तक भी यही संदेश लेकर जाएंगे.