राम मंदिर को लेकर फिर गरमाई राजनीति, सांसद संजय सिंह का आरोप, चंद मिनटों में 2 से 18 करोड़ बढ़ा जमीन का दाम ?

0
242

द लीडर हिंदी, अयोध्या। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं.

यह भी पढ़े: पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध हालत में मौत, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

मामले की होनी चाहिए जांच

उन्होंने कहा कि, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत वाली जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी. उन्होंने कहा कि यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है इसकी जांच होनी चाहिए.

विधायक पवन पांडे ने भी लगाए भ्रष्टाचार के आरोप 

वहीं, समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्रष्टाचार के ऐसे ही आरोप लगाए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की.

यह भी पढ़े: एक सांसद कम पड़ने से नेतन्याहू की कुर्सी गई,नफ़्ताली बेनेट की गठबंधन सरकार ने राज संभाला

चंपत राय ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, वह इस तरह के आरोपों से नहीं डरते. वह खुद पर लगे आरोपों का अध्ययन करेंगे.

चंद मिनटों में ही 2 से 18 करोड़ हुई कीमत

संजय सिंह ने कुछ दस्तावेज पेश करते हुए कहा कि, कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के नाम पर कोई घोटाला और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत करेगा. राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय जी ने करोड़ों रुपए चंपत कर दिए.

यह भी पढ़े: मशहूर धावक मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर कोरोना से हारीं

उन्होंने दावा किया कि, अयोध्या सदर तहसील के बाग बिजैसी गांव में पांच करोड़ 80 लाख रुपये की मालियत वाली गाटा संख्या 243, 244 और 246 की जमीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी नामक व्यक्तियों ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक से 18 मार्च को दो करोड़ रुपए में खरीदी थी.

अनिल मिश्रा और मेयर ऋषिकेश उपाध्याय बने थे गवाह

आप सांसद ने कहा कि, शाम सात बजकर 10 मिनट पर हुई इस जमीन खरीद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह बने थें.

यह भी पढ़े: #FarmersProtest: अनिल विज के ‘गुप्त एजेंडे’ के बयान पर भड़के किसान, कहा- मर्यादा न लांघें

साथ ही आरोप लगाया कि, उसके ठीक पांच मिनट के बाद इसी जमीन को चंपत राय ने सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी से साढ़े 18 करोड़ रुपए में खरीदा, जिसमें से 17 करोड़ रुपए आरटीजीएस के जरिए पेशगी के तौर पर दिए गए.

“प्रति सेकंड साढ़े पांच लाख रुपये जमीन का दाम बढ़ा”

उन्होंने आरोप लगाया कि, दो करोड़ रुपए में खरीदी गई जमीन का दाम लगभग प्रति सेकंड साढ़े पांच लाख रुपए बढ़ गया. हिंदुस्तान तो क्या, दुनिया में कहीं किसी जमीन का दाम इतनी तेजी से नहीं बढ़ता.

यह भी पढ़े: अयोध्याः श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में घोटाले का आरोप, चम्पत राय बोले-आरोपों की हम चिंता नहीं करते

मजे की बात यह है कि, जो राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय बैनामा कराने में गवाह थे, वो ही इस जमीन को ट्रस्ट के नाम पर खरीदने में भी गवाह बन गए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जांच की मांग

यह साफ तौर पर धन शोधन और भारी भ्रष्टाचार का मामला है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार से मांग करता हूं कि, तत्काल ईडी और सीबीआई के जरिए इस मामले की गहन जांच करवाए.

यह भी पढ़े: कोरोना संक्रमण की गति थमने के बाद भी सीएम योगी गंभीर, जरा भी शिथिल न पड़ने के निर्देश

और इसमें शामिल भ्रष्टाचारी लोगों को जेल में डाला जाए क्योंकि यह इस मुल्क के करोड़ों राम भक्तों की आस्था के साथ-साथ उन करोड़ों लोगों के भरोसे का भी सवाल है जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा राम मंदिर निर्माण के लिए दिया है.

बैनामे के स्टांप का समय भी सवाल खड़ा कर रहा

उन्होंने आगे कहा कि, इस मामले में एग्रीमेंट के स्टांप का समय और बैनामे के स्टांप का समय भी सवाल खड़ा करता है. जो जमीन बाद में ट्रस्ट को बेची गई उसका स्टांप शाम को पांच बजकर 11 मिनट पर खरीदा गया और जो जमीन पहले रवि मोहन तिवारी और अंसारी ने खरीदी उसका स्टांप पांच बजकर 22 मिनट पर खरीदा गया.

यह भी पढ़े: लखनऊ : राममनोहर लोहिया अस्पताल में महिला से दुष्कर्म का आरोप, बेटी ने स्मृति ईरानी को बताया पूरा मामला

कांग्रेस ने क्या कहा ?

वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि, हे राम, ये कैसे दिन… आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं.

सवाल है कि, दो करोड़ में खरीदी जमीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को 18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है …कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुं ओर!

यह भी पढ़े: पुलित्ज़र अवार्ड पाने वालों में चीनी यातना शिविरों की पोल खोलने वाली भारत की बेटी मेघा राजगोपालन भी

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here