पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध हालत में मौत, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

द लीडर हिंदी, लखनऊ। प्रतापगढ़ में एबीपी गंगा के संवाददाता सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है. दो दिन पहले ही उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जताई थी.

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पत्रकार ने बताया था जान का खतरा

उन्होंने प्रयागराज जोन के एडीजी को पत्र लिखकर शराब माफियाओं के हाथों हत्या का अंदेशा जताया था. उन्होंने पत्र लिखकर कहा था कि, शराब माफियाओं से उनकी जान को खतरा है. सुलभ की मौत की वजह सड़क हादसा बताया जा रहा है.

शरीर पर चोट के कई निशान

कटरा इलाके में उनकी बाइक के साथ हादसा हुआ है. बारिश की वजह से सड़क पर फिसलन थी. जिस वजह से बाइक पलटने की आशंका जताई जा रही है. सुलभ के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं.

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ये हादसा उस वक्त हुआ जब सुलभ क्राइम ब्रांच द्वारा अपराधियों को पकड़े जाने की खबर की कवरेज कर घर लौट रहे थे. गंभीर रूप से घायल हुए सुलभ को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. हादसा बीती रात करीब साढ़े 9 बजे हुए.

संजय सिंह ने साधा निशाना

उधर, पत्रकार की मौत को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने निशाना साधा है. संजय सिंह ने इसे हत्या करार दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, शराब माफियाओं के खिलाफ खबर चलाने के कारण यूपी में एक पत्रकार की हत्या हो जाती है जबकि एक दिन पहले सुलभ जी ने एडीजी को पत्र लिखकर हत्त्या की आशंका जताई थी लेकिन सब सोते रहे.

विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला

वहीं अब इस मामले में प्रियंका गांधी ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि, शराब माफिया अलीगढ़ से प्रतापगढ़ तक पूरे प्रदेश में तांडव कर रहे हैं. पत्रकार सच्चाई उजागर करे, और प्रशासन को खतरे के बारे में आगाह करें. लेकिन सरकार सोई है.

वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी ने भी सरकार पर हमला बोला है. सपा ने ट्वीट कर कहा कि, नेतृत्व संकट से जूझ रहे यूपी में शराब माफिया का सच दिखाने पर पत्रकार की हत्या कर दी गयी. ये सीएम द्वारा शासित जंगल राज की देन है.

बता दें कि, पत्रकार सुलभ की हत्या के बाद योगी सरकार सवालों के घेरे में आ गयी है.

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indra yadav

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