लखनऊ | चुनाव कोई भी हो, हर राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में अपनी छाप जरूर छोड़ना चाहता है पहले बड़े. राजनीतिक दल लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में अपना शक्ति प्रदर्शन करते थे लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को भी राजनीतिक दलों ने अपने अपनी नाक का सवाल बना रखा है । उत्तर प्रदेश में सपा ,भाजपा ,बसपा और कांग्रेस पहले से सक्रिय है तो अरविंद केजरीवाल की पार्टी भी पीछे नहीं रहना चाहती. आम आदमी पार्टी इस मामले में सबसे आगे हैं. पंचायत चुनाव प्रत्याशियों की लिस्ट आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले जारी कर दी है।
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आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 400 लोगों को लिस्ट जारी करते हुए यह दावा किया कि सभी प्रत्याशी बेदाग छवि के हैं. भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पहले अपने सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन किसान आंदोलन देखते हुए डर गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ये प्रत्याशी चुनाव जीत कर अच्छा काम करते हैं तो पार्टी नेतृत्व उन्हें विधानसभा चुनाव में लड़ने का भी मौका दे सकती है।
आज आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश पंचायत चुनावों के लिए 400 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। हम ये पंचायत चुनाव @ArvindKejriwal जी के दिल्ली मॉडल पर लड़ेंगे। @SanjayAzadSln pic.twitter.com/FEx2aUUzk9
— Ajit Tyagi (@_AjitTyagi) March 12, 2021
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आम आदमी पार्टी के सांसद जहाँ पूरी दम खम से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं तो प्रदेश में आम आदमी पार्टी अभी तक उतना खास प्रदर्शन नही कर पाई है फिर चाहे वो लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का या फिर निकाय चुनाव हो. अब पंचायत चुनाव के सहारे क्या आम आदमी पार्टी प्रदेश में कुछ छाप छोड़ पाएगी ये देखने वाली बात होगी।