द लीडर हिंदी, नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 1983 विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा का निधन हो गया है. मंगलवार सुबह हार्ट अटैक आने की वजह से यशपाल शर्मा का निधन हुआ. यशपाल शर्मा की उम्र 66 वर्ष थी.
यह भी पढ़ें: राम भक्त गोपाल महापंचायत में भड़काऊ भाषण देने पर गिरफ्तार, सीएए प्रदर्शन में जामिया के बाहर की थी फायरिंग
यशपाल शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 1979 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जबकि 1983 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था.
मदनलाल ने किया यशपाल को याद
विश्व विजेता टीम में यशपाल शर्मा के साथ खेलने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल ने अपने साथी खिलाड़ी के निधन पर कहा कि वह विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि ऐसा हुआ है. हमने पंजाब से खेल की शुरुआत की थी, फिर वर्ल्डकप में हम एक साथ खेले.
यह भी पढ़ें: NEET 2021 Exam Date : 12 सितंबर को होगी नीट परीक्षा, कल शाम 5 बजे से होंगे Registration
मदनलाल ने बताया कि, अभी कपिल देव और टीम के अन्य सदस्यों से भी बात हुई है, हर कोई इस खबर से हैरान है. यशपाल शर्मा के अपने पीछे अपनी पत्नी, तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं. यशपाल शर्मा के बच्चे विदेश में पढ़ाई करते हैं. यशपाल शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के नेशनल सिलेक्टर भी रह चुके हैं.
विश्व विजेता टीम का अहम हिस्सा
यशपाल शर्मा ने भारत के लिए कुल 37 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने करीब 34 की औसत से 1606 रन बनाए थे. वहीं, कुल 42 वनडे मैच में यशपाल शर्मा ने 883 रन बनाए थे. यशपाल शर्मा साल 1983 में विश्व कप जीतने वाली टीम का अहम हिस्सा थे.
यह भी पढ़ें: इमरान ख़ान की पार्टी का चुनाव निशान क्रिकेट का बल्ला नहीं ‘चोर’ होना चाहिए: मरियम नवाज
वर्ल्डकप में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेले गए पहले मैच में यशपाल शर्मा ने 89 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसमें टीम इंडिया की जीत हासिल हुई थी. इसके अलावा सेमीफाइनल में भी यशपाल शर्मा ने 61 रनों की पारी खेली थी, तब भारत ने इंग्लैंड को मात दी थी.
वर्ल्ड कप के बाद ढलान पर था करियर
साल 1983 के वर्ल्डकप के बाद यशपाल शर्मा का करियर लगातार ढलान की ओर जाने लगा. खराब परफॉर्मेंस के कारण यशपाल शर्मा को पहले टेस्ट टीम से बाहर निकाला गया, उसके बाद वह वनडे में भी वापसी नहीं कर पाए.
यह भी पढ़ें: कोरोना के बढ़ते मामलों ने डराया, मुंबई में एक्टर सुनील शेट्टी की बिल्डिंग सील
यशपाल शर्मा मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे, जिनका जन्म 11 अगस्त 1954 को हुआ था. पंजाब के स्कूल की ओर से खेलते हुए यशपाल शर्मा ने 260 रनों का पहाड़ स्कोर बनाया था, जिसके बाद से ही वो लगातार सुर्खियों में रहे थे.
पाकिस्तान के खिलाफ साल 1978 में किया था डेब्यू
11 अगस्त 1954 को लुधियाना में जन्मे क्रिकेटर यशपाल शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू चिर प्रतिद्वंदी टीम पाकिस्तान के खिलाफ साल 1978 में किया था. इसके बाद वह इंग्लैंड में खेले गए 1983 के विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे, जहां भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर इतिहास रचा था.
यह भी पढ़ें: मायावती ने ATS के ऑपरेशन पर उठाए सवाल, कहा- चुनाव से पहले ऐसा ही क्यों होता है ?
1985 में अपने करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले यशपाल शर्मा को सात साल के अंतराल में कभी कोई गेंदबाज शून्य पर आउट नहीं कर सका.
विश्व कप के सेमीफाइनल में 61 रन की बेजोड़ पारी खेली
दाएं हाथ के बल्लेबाज यशपाल शर्मा ने अपने करियर में 42 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले. इनकी 40 पारियों में उन्होंने 9 बार नाबाद रहते हुए 883 रन बनाए. हालांकि, वनडे क्रिकेट में वे कभी शतक नहीं ठोक पाए, लेकिन 4 बार अर्धशतकीय पारियां उन्होंने जरूर खेलीं.
यह भी पढ़ें: कोरोना का कोहराम, इंडोनेशिया में सांस की आस में मौत, पाकिस्तान में चौथी लहर ने दी दस्तक
उनका सर्वाधिक स्कोर एकदिवसीय क्रिकेट में 89 रन था. वहीं, विश्व कप के सेमीफाइनल में उन्होंने 61 रन की बेजोड़ पारी खेली थी, जिसके दम पर भारत फाइनल में पहुंचा था.
टेस्ट में 1606 रन बनाए
वहीं, यशपाल शर्मा के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 1979 से 1983 तक कुल 37 टेस्ट मैच खेले, जिनकी 59 पारियों में उन्होंने कुल 1606 रन बनाए. इसमें दो शतक और 9 अर्धशतक उन्होंने जड़े.
यह भी पढ़ें: बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला ने ली जिला पंचायत अध्यक्ष पद की शपथ
यशपाल शर्मा थोड़ी बहुत गेंदबाजी भी करते थे, लेकिन बतौर गेंदबाज उनके नाम ज्यादा सफलता नहीं थी, क्योंकि वे सिर्फ क्रिकेट के उस समय के दोनों प्रारूपों में सिर्फ एक-एक ही विकेट निकाल सके थे.