महिला विश्व कप: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने रिकॉर्ड 7वीं बार जीता खिताब, इंग्लैंड को 71 रनों से हराया

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द लीडर | ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप का खिताब सातवीं बार अपने नाम कर लिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने क्राइस्टचर्च में खेले गए खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को 71 रनों से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट खोकर 356 रन बनाए। अलिसा हीली (170) ने सबसे अधिक रन बनाए तो वहीं रेचल हेंस (68) और बेथ मूनी (62) ने अर्धशतक जड़े। इंग्लैंड की तरफ से आन्या श्रबसोल ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में खेले गए खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी गत चैंपियन इंग्लैंड की टीम 43.4 ओवर में 285 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलियाई टीम इससे पहले 1977/78, 1981/82, 1988/89, 1997/98, 2004/05, 2012/13 में वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन बनी थी। इंग्लैंड की टीम 4 बार की चैंपियन है। उसने 1973, 1993, 2008/09 और 2017 में वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम की थी।


इंग्लैंड की तरफ़ से नताली सिवर ने शतक बनाया लेकिन उनकी ये सेंचुरी बेकार गई और इंग्लैंड की पारी 45 ओवर पूरे होने से पहले ही 285 रनों पर सिमट गई। टीम की तरफ से नताली सिवर ने 121 गेंदों पर सबसे अधिक 148 रन बनाए जबकि बाकी खिलाड़ी 25 रन के आसपास सिमट गए। नैट स्कीवर ने 15 चौके और एक छक्का लगा कर ये स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से अलाना किंग और जेस जॉनसन ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबति मेगन स्कॉट ने दो और टालिया मैक्ग्राथ और एशले गार्डनर ने एक-एक विकेट लिया।

ऑस्‍ट्रेलिया की पारी

इससे पहले एलिसा हीली ने अपने आक्रामक कौशल का बेहतरीन नजारा पेश करते हुए 170 रन की बड़ी शतकीय पारी खेली, जिससे ऑस्‍ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी महिला वनडे विश्व कप फाइनल में रविवार को यहां पांच विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया। हीली को 41 रन के निजी योग पर जीवनदान मिला जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाकर इंग्लैंड के आक्रमण की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपनी पारी में 138 गेंदें खेली तथा 26 चौके लगाये।

रिकॉर्ड भरी हीली की पारी

ऑस्‍ट्रेलिया की विकेटकीपर बल्लेबाज हीली ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये जाने के बाद हेन्स के साथ पहले विकेट के लिये 160 और मूनी के साथ दूसरे विकेट के लिये 156 रन की बड़ी शतकीय साझेदारियां निभायी। मूनी को दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाये रखने के लिये कप्तान मेग लैनिंग से ऊपर भेजा गया था।

हेगले ओवल के खचाखच भरे स्टेडियम में हीली ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और नॉकआउट चरण में अपना लगातार दूसरा शतक जमाया। उन्होंने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ 129 रन बनाये थे। अपनी पारी में अधिकतर समय हीली ने अपना विकेट खुला छोड़कर मिड ऑफ में शॉट जमाये। उन्होंने वनडे में नंबर एक गेंदबाज सोफी एक्लेस्टोन (71 रन देकर एक) को किसी भी समय लय हासिल करने का मौका नहीं दिया।

उन्होंने मिड ऑफ और कवर पर चौके जड़ने के अलावा कट और पुल से भी रन बटोरे और अपने वनडे करियर का पांचवां शतक लगाया। इंग्लैंड ने आखिरी पांच ओवरों में चार विकेट लिये। उसकी तरफ से तेज गेंदबाज अन्या श्रबसोले ने 46 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। नताली साइवर, चार्लोट डीन और केट क्रास ने आठ रन प्रति ओवर की दर से भी अधिक रन लुटाए।

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लैनिंग का 88% है सक्सेस रेट

ऑस्ट्रेलयाई टीम ने मेग लैनिंग की अगुआई में यह विश्व कप जीता है। वनडे इंटरनेशनल में मेग लैनिंग ने अब तक 75 मैच में ऑस्ट्रेलिया की कमान संभाली हैं। इसमें से उनहोंने 66 में टीम को जीत दिलाई है, जबकि 8 में हार झेली है।

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