द लीडर हिंदी, लखनऊ | योगी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार सितंबर के पहले सप्ताह में हो सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संभावित मंत्रियों के नाम शनिवार को सामने आए हैं. जिनको मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद का मंत्री बनाया जा सकता है.
इनके अलावा मेरठ से सोमेंद्र तोमर, फतेहपुर से कृष्णा पासवान, गाजियाबाद के दादरी से तेजपाल गुर्जर, निषाद पार्टी से संजय निषाद, रामचंद्र विश्वकर्मा, मंजू सिवाच मोदीनगर और अपना दल से आशीष पटेल को योगी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती हैं.
संभावित मंत्रियों की लिस्ट
- जितिन प्रसाद- ब्राह्मण चेहरा
- संजय निषाद- निषाद समुदाय
- संगीता बलवंत विंद- निषाद समुदाय
- सोमेंद्र गुर्जर- गुर्जर समुदाय
- तेजपाल नागर- गुर्जर समुदाय
- एमपी सेंथवार- पटेल समाज
- आशीष पटेल- पटेल समाज
- संजय गोंड- गोंड समुदाय
- राहुल कौल- ब्राह्मण चेहरा
- मंजू सिवाच- जाट समुदाय
- सहेंद्र रमाला- जाट समुदाय
यह भी पढ़े –कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता : 2 महीनों बाद रिकॉर्ड मामले दर्ज, 509 लोगों की मौत
ब्राह्मणों को मनाने का प्रयास
सूत्रों की मानों तो ब्राह्मण समुदाय बीजेपी से नाराज है, इसलिए उन्हें मनाने के लिए दो ब्राह्मण चेहरों को लिस्ट में जगह दी गई है. एक ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद हैं और दूसरा राहुल कौल। इसके अलावा निषाद समुदाय को भी साधने का प्रयास किया गया है.
वेस्ट यूपी साधने के लिए गुर्जर और जाटों के नाम
लिस्ट में दो ब्राह्मण, दो निषाद, दो गुर्जर, दो पटेल, दो जाट और एक गोंड समुदाय को लिया गया है. जाट और गुर्जर के बहाने वेस्ट यूपी में नाराज किसानों को साधने का प्रयास किया जाएगा.
सीधा चुनावों पर पड़ेगा असर
उत्तर प्रदेश का राजनितिक कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री समेत केंद्र सरकार के कई मंत्री यूपी से ही ताल्लुक रखते हैं. देश की सियासत में ये भी कहा जाता है की दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर गुजरता है. उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव कुछ महीने बाद ही होने वाले हैं, ऐसे में मंत्रिमंडल करते समय योगी आदित्यनाथ सरकार को समझदारी से काम लेना होगा. क्योंकि इस मंत्रिमंडल विस्तार का सीधा असर चुनावों पर पड़ेगा.
यह भी पढ़े –मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी समाजवादी पार्टी में शामिल, यहां से लड़ेंगे चुनाव
मंत्रिमंडल में कितनी जगह खाली
योगी सरकार बनने के बाद दूसरा और आखिरी मंत्रिमंडल विस्तार 22 अगस्त 2019 को किया गया था. तब योगी सरकार में 56 मंत्री थे. पहले कोरोना काल में दो मंत्रियों चेतन चौहान और कमलारानी वरुण का निधन हो गया था. जबकि कोरोना वायरस की दूसरी लहर में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हो गई. इसके बाद मंत्रियों की संख्या 53 हो गई, जबकि मंत्रिमंडल में 60 मंत्री हो सकते हैं.
अभी मंत्रिमंडल में हैं कितने मंत्री
जानकारी के अनुसार पहले लखनऊ में सरकार और संगठन की बैठक होगी. इसमें संभावित मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व की सहमति ली जाएगी और अंतिम मुहर लगने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है. उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जबकि 21 राज्य मंत्री है. इस तरह से योगी सरकार कुल मंत्रियों की संख्या 53 है जबकि 60 मंत्री यूपी में हो सकते हैं. इस तरह से 5 -7 मंत्री बनाए जा सकते हैं.
दूसरी बार मंत्रिमंडल का होगा विस्तार
प्रदेश सरकार के 19 मार्च 2017 को गठन के बाद योगी सरकार ने 22 अगस्त 2019 को मंत्रिमंडल विस्तार किया था. उस दौरान उनके मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे. कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है. हाल ही में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हो गई थी, जबकि कोरोना की पहली लहर में मंत्री चेतन चौहान और मंत्री कमल रानी वरुण का निधन हो गया था. पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 6 स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों को कैबिनेट की शपथ दिलाई गई थी, इसमें तीन नए चेहरे भी थे.
यह भी पढ़े –तो अब नए भारत में मुसलमानों के खिलाफ नफरत और हिंसा का चैप्टर अनिवार्य हो गया!