प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि असम और पूर्वोत्तर भारत के विकास का इंजन हैं। इन राज्यों के विकास से भारत तरक्की की छलांग लगाएगा। वह पूर्वी असम के धेमाजी जिले के सिलापाथर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, आत्मनिर्भर भारत का नजरिया आत्मनिर्भर असम और पूर्वोत्तर के साथ ही मजबूत होगा।
तीन हजार करोड़ रुपये की पांच मेगा परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद मोदी ने कहा, ” असम के दौरे से पूर्वोत्तर के राज्यों में गैस, तेल और शिक्षा क्षेत्रों में और ज्यादा कोशिश करने की प्रेरणा मिली है, ”
“हम पिछली सरकारों की खोट को ठीक कर रहे हैं। यदि नीति सही है, तो मुकाम भी दुरुस्त होगा। पिछली सरकारों ने कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास की अनदेखी की।”, प्रधानमंत्री ने कहा।
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उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया अब भारत के इंजीनियरिंग और तकनीक की कायल है”।
सरकार स्थानीय भाषाओं में इंजीनियरिंग और चिकित्सा शिक्षा देने की कोशिश कर रही है ताकि इसका लाभ दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब छात्रों को मिल सके।
मशहूर गायक व संगीतकार भूपेन हजारिका के गीत और समृद्ध असमिया सिनेमा का जिक्र करते हुए मोदी ने कह, असम का सर्वांगीण विकास भारत के विकास को आसान बना देगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, चूंकि सरकार `सबका साथ, सबका विकास` के मंत्र के साथ काम कर रही है, इसलिए एलपीजी और बिजली कनेक्शन असम के शत प्रतिशत घरों के साथ ही भारत के अन्य हिस्सों में भी दिए जा रहे हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के लिए असम के गैस और तेल क्षेत्र में 95,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि संसद में असम का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने असम और देश के लाभ के लिए गैस और तेल संसाधनों का उपयोग करने के लिए कुछ नहीं किया।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर अपने नजरिए से पूर्वोत्तर राज्यों के हर नागरिक का दिल जीत लिया है।
असम के राज्यपाल जगदीश मुखी और राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी सभाओं में बात रखी।