द लीडर। जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अपराध में तुरंत कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन बस्ती जिले में महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध पर कार्रवाई करने के बजाए परशुरामपुर पुलिस सुलह समझौता कराकर मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़िता पर दबाव बना रही है। पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि, इस मामले में सीओ हरैया से जांच कराई जा रही है। अगर थानाध्यक्ष दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अगर घटना सत्य है तो एफआईआर भी दर्ज होगी।
न्याय के लिए भटक रही पीड़िता
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के बगल का जिला बस्ती के थाने में एक पीड़ित महिला की सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता एफआईआर के लिए थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक बस्ती कार्यालय तक चक्कर लगा रही है। ताजा मामला बस्ती जिले के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के बहरपुर पाण्डेय गांव का है ,जहां एक गांव के दबंग युवक ने 3 नवंबर को पीड़िता के घर में जबरदस्ती घुसकर उसके साथ रेप करने का प्रयास किया, जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो पीड़िता को मारा पीटा गया। वहीं इसकी सूचना पीड़िता ने थाने पर दी लेकिन थानेदार द्वारा मामले को सुलह समझौता कराकर खत्म करने का दबाव पीड़िता पर बना रहा है।
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पीड़िता की नहीं सुन रहे पुलिस अधिकारी
वहीं पीड़िता ने आरोप लगाया कि, थानाध्यक्ष परशुरामपुर आरोपियों के दबाव के चलते मेरी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, न ही मेरा मुकदमा लिखा जा रहा है। थानेदार मेरे ऊपर दबाव दे रहे हैं कि, मामले को सुलह समझौता से खत्म कर लो। अगर एफआईआर लिखआओगी तुम तो तुम्हारे पति के खिलाफ भी मैं एफआईआर लिख दूंगा। पीड़िता ने यह भी बताया कि, मेरे पति बाहर मुंबई में मजदूरी करते हैं। बता दें कि, पीड़िता को लगभग एक महीने से ऊपर हो गया है परशुरामपुर थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बस्ती के अधिकारियों के चक्कर काटते-काटते, लेकिन उसकी कोई सुनने को तैयार नहीं है।
योगी सरकार की छवि खराब कर रहे अधिकारी
उत्तर प्रदेश के योगी सरकार का जहां दवा करती है कि, महिलाओं पर अपराध होने पर तुरंत कार्रवाई हो रही है ,लेकिन योगी सरकार के सख्त आदेश के बावजूद भी बस्ती जिले में उन्हीं के अधिकारियों की लापरवाही से योगी सरकार की छवि जनता में खराब होती नजर आ रही है। वहीं इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि, यह मामला उनके संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अब देखना ये होगा कि, क्या सीएम योगी के राम राज्य में पीड़ित महिला को न्याय मिलेगा। या फिर अधिकारियों की मिलीभगत से अपराधी खुले घूमेंगे।
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