सीतापुर : राज्य भंडारण निगम के गोदाम से 23 हजार गेहूं और चावल के बोरे गायब, गोदाम प्रभारी फरार

0
657

द लीडर। यूपी के सीतापुर में राज्य भंडारण निगम के गोदाम से 23 हजार गेहूं और चावल के बोरे के गायब होने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय अधिकारी अपनी गर्दन को फंसता हुआ देख आनन-फानन में गोदाम प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर निलंबन की कार्रवाई कर दी है। करीब चार करोड़ 14 लाख से अधिक का यह घोटाला बताया जा रहा है। राज्य भंडारण निगम के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक की तहरीर पर रामकोट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी तत्कालीन गोदाम प्रभारी अशोक शुक्ला केस दर्ज होने के बाद से फरार है।


यह भी पढ़ें: Omicron Variant : ओमीक्रॉन को लेकर WHO प्रमुख बोले- कोई भी लापरवाही बन सकती है मौत का कारण


 

गोदाम में रखे गेहूं और चावल के कई बोरे गायब मिले

उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ संजीव कुमार ने रामकोट थाने में दी गई अपनी तहरीर में बताया कि, गोदाम में रखे गेहूं और चावल के 23 हजार 148 बोरे जांच में गायब मिले। गायब हुए अनाज की कीमत 4 करोड़ 14 लाख 58 हजार 938 रुपए है। इस मामले में तत्कालीन गोदाम प्रभारी अशोक शुक्ला आरोपी है वह फिलहाल फरार हो गया है। बताते चलें कि गायब खाद्यान्न एमडीएम और कोटेदारों को गोदाम से भिजवाया जाता था।

अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान

बताते चलें कि, इससे पहले भी खाद्यान्न घोटाले को लेकर सीतापुर जिला सुर्खियों में आया था। इस खाद्यान्न घोटाले के मामले को लेकर एफसीआई और उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। बता दें कि, इन अधिकारियों के द्वारा समय-समय पर गोदाम की चेकिंग की जाती है। उनकी चेकिंग के बावजूद भी इतना बड़ा खाद्यान गायब हो जाना अपने आप में अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। अब देखना यह है कि, गोदाम प्रभारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई तो कर दी गई है क्या उच्चाधिकारियों के ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी।


यह भी पढ़ें:  14 महीनों बाद किसानों ने आंदोलन खत्म करने का किया एलान, 11 दिसंबर को करेंगे घर वापसी


 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here