द लीडर : उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई है. समाचार एजेंसी पीटीआइ ने आइटीबीपी के प्रवक्ता के हवाले से इसकी पुष्टि की है. दरअसल, ऋषि गंगा पॉवर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त होने से यहां काम कर रहे करीब 150 मजदूर लोपता हो गए थे. आइटीबीवीपी के डीजी सुरजीत सिंह देसवाल के मुताबिक ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन बांध है, जहां पानी इकट्ठा हुआ है. इसी तपोवन डैम की सुरंग में काम चल रहा था, जिसमें करीब 20-25 लोग फंसे हैं. आइटीबीपी की टीम उनके बचाव में जुटी है. (Uttarakhand Disaster 150 People Missing)
इस आपदा ने उत्तराखंड में आठ साल पहले की केदारनाथ आपदा की यातें ताजा कर दी हैं. रविवार को ग्लेशियर टूटने से चमौली में ऋषिगंगा पॉवर सयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया. इससे अलकनंदा समेत कई नदियां उफना गईं. कई मकानों के पानी में बहने की खबर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर नजर बनाए हूं. और राहत बचाव कार्यों की अपडेट ले रहा हूं.
Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
चमौली पुलिस के मुताबिक तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने से ऋषिगंगा पॉवर सयंत्र को हानि पहुंची है. इसी वजह से नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ने लग. गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister) ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, आइटीबीपी के डीजी और एनडीआरएफ के डीजी से बात की है.
सभी अधिकार लोगों की सुरक्षा में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गई हैं. देवभूमि को हर संभव मदद की जाएगी.
NDRF की कुछ और टीमें दिल्ली से Airlift करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहाँ की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। https://t.co/BVFZJiHiWY
— Amit Shah (@AmitShah) February 7, 2021
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर संवेदना प्रकट की है.
चमोली में ग्लेशियर फटने से बाढ़ त्रासदी बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएँ उत्तराखंड की जनता के साथ हैं।
राज्य सरकार सभी पीड़ितों को तुरंत सहायता दें। कांग्रेस साथी भी राहत कार्य में हाथ बटाएँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 7, 2021
वहीं, घटना पर मुख्यमंत्री ने अफवाहों से बचने का आह्वान किया है. एक टोल फ्री नंबर जारी करते हुए कहा कि इस पर जानकारी ले सकते हैं. मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर ये जानकारी साझा की है.
राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है। pic.twitter.com/MoY3LX49rF
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
चमौली पुलिस ने एक अपडेट में बताया कि खतरे की आशंका को देखते हुए अलनकनंदा के तटीय गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है. और गांवों को खाली कराया जा रहा है. समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा पनबिजली परियोजना में काम करने वाले कई मजदूर लापता हैं.
Over 150 labourers feared dead as per site in-charge of Tapovan power project. 3 bodies recovered: ITBP spokesperson on U'khand disaster
— Press Trust of India (@PTI_News) February 7, 2021
बता दें कि 2013 में केदारनाथ में एक आपदा आई थी. उसमें करीब 5000 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घर पानी में हर गए थे. उस आपदा के दाग से उत्तराखंड लंबे समय तक नहीं उबर सका. अब एक और घटना सामने आई है. हालांकि अधिकारियों ने एक अन्य अपडेट में कहा है कि अब नदियों का जलस्तर घटने लगा है. और सामान्य से कुछ ही ज्यादा पानी का बहाव है. उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति नियंत्रित होगी.
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 या डायल 112 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 7, 2021
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है.
उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से आई त्रासदी की खबर बहुत दुखद है। इस मुश्किल समय में पूरा देश उत्तराखंड के निवासियों के साथ खड़ा है।
आपदा में फँसे लोगों के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं।
सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि राहत और बचाव कार्यों में भरपूर सहयोग करें।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 7, 2021
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे भीषण त्रासदी बताते हुए अपनी संवेदना प्रकट की है.
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भीषण त्रासदी हुई है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है। अलकनंदा गंगा की सहायक नदी है और उत्तर प्रदेश के अंदर गंगा लगभग 1,000 किलोमीटर का रास्ता तय करती है। हमने अपने जल शक्ति विभाग को अलर्ट कर दिया है: उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/J4YhvBAiio
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 7, 2021
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तराखंड के लोगों से राहत बचाव कार्य में जुटने का आग्रह किया है.
उत्तराखंड त्रासदी में जो लोग फँसे हुए हैं उनको बचाना व जो लापता हैं उनकी तत्काल खोज करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।
उत्तराखंड में हम अपने सभी लोगों से अपील करते हैं कि वो आगे आकर प्रभावित लोगों की और राहत कार्यों में लगे बचाव दल की हर संभव मदद करें।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 7, 2021