द लीडर : उत्तराखंड में आठ साल बाद एक और आपदा आई है. रविवार को ग्लेशियर टूटने से चमौली में ऋषिगंगा पॉवर सयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया. इससे अलकनंदा समेत कई नदियां उफना गईं. समाचार एजेंसी पीटीआइ की शुरुआती जानकारी के मुताबिक बिजली सयंत्र के करीब 150 कर्मचारी लापता हैं. कई मकानों के पानी में बहने की खबर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर नजर बनाए हूं. और राहत बचाव कार्यों की अपडेट ले रहा हूं.
Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
चमौली पुलिस के मुताबिक तपोवन रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने से ऋषिगंगा पॉवर सयंत्र को हानि पहुंची है. इसी वजह से नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ने लग. गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister) ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, आइटीबीपी के डीजी और एनडीआरएफ के डीजी से बात की है.
सभी अधिकार लोगों की सुरक्षा में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गई हैं. देवभूमि को हर संभव मदद की जाएगी.
NDRF की कुछ और टीमें दिल्ली से Airlift करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहाँ की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। https://t.co/BVFZJiHiWY
— Amit Shah (@AmitShah) February 7, 2021
वहीं, घटना पर मुख्यमंत्री ने अफवाहों से बचने का आह्वान किया है. एक टोल फ्री नंबर जारी करते हुए कहा कि इस पर जानकारी ले सकते हैं. मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर ये जानकारी साझा की है.
राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है। pic.twitter.com/MoY3LX49rF
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
चमौली पुलिस ने एक अपडेट में बताया कि खतरे की आशंका को देखते हुए अलनकनंदा के तटीय गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है. और गांवों को खाली कराया जा रहा है. समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा पनबिजली परियोजना में काम करने वाले कई मजदूर लापता हैं.
About 150 labourers working in power project missing following massive flood in Uttarakhand's Dhauli Ganga river: officials
— Press Trust of India (@PTI_News) February 7, 2021
बता दें कि 2013 में केदारनाथ में एक आपदा आई थी. उसमें करीब 5000 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घर पानी में हर गए थे. उस आपदा के दाग से उत्तराखंड लंबे समय तक नहीं उबर सका. अब एक और घटना सामने आई है. हालांकि अधिकारियों ने एक अन्य अपडेट में कहा है कि अब नदियों का जलस्तर घटने लगा है. और सामान्य से कुछ ही ज्यादा पानी का बहाव है. उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति नियंत्रित होगी.
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 या डायल 112 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 7, 2021