द लीडर : दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन मुफ्ती असजद मियां ने उर्से रजवी के मंच से मुसलमानों से एक अपील की है कि बच्चों की शादी में बहुत देरी न करें. वक्त पर शादी करें. दूसरी-बात शादियों को आसान बनाएं, न कि मुश्किल. बरेली के मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर्रजा में इमाम अहमद रजा खां-आला हजरत का तीन रोजा उर्स शानो-शौकत के साथ मनाया गया. मुफ्ती असजद मियां की सरपरस्ती और जमात रजा-ए-मुस्तफा के उपाध्यक्ष सलमान हसन की सदारत में उर्स हुआ.
उलमा ने अपनी तकरीर के जरिये मुसलमानों को पैगाम दिया है कि बच्चों को दीनी और दुनियावी, दोनों तरह की तालीम जरूर दिलाएं. अल्लामा जियाउल मुस्तफा ने कहा कि, दीन की तालीम उनके ईमान और अकीदत की हिफाजत करेगी.
मौलाना शहजाद आलम ने आज के दौर में मुस्लिम समाज के हालात पर रौशनी डाली. बेगुनाह मुसलमानों को फंसाए जाने को लेकर कहा कि हुकूमत इंसाफ से काम ले.
जामियातुर्रजा में तीन रोजा उर्स में लाखों जायरीन की भीड़ उमड़ी. उर्स की निगरानी जमात के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन की रही. सोमवार को दोपहर ठीक 2:38 बजे आला हजरत का कुल हुआ. मुफ्ती असजद मियां ने जायरीन और देश में अमन-चैन की दुआ की. इससे पहले कुरानख्वानी हुई. नातो मनकबत का नजराना पेश किया गया. देश-विदेश से आए नामवर उलमा ने आला हजरत की जिंदगी पर रौशनी डाली.
चूंकि उर्से रजवी ऑनलाइन भी मनाया गया. इसलिए लाखों जायरीन दरगाह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वेबसाइट पर प्रसारित कार्यक्रम से जुड़े. आइटी सेल के प्रभारी अतीक अहमद के मुताबिक, तीन दिन में करीब 35 लाख जायरीन दरगाह के ऑनलाइन प्रोग्राम से जुड़े रहे हैं.
कुल शरीफ में काल्पी शरीफ से सैयद ग्यास मियां, मौलाना अबु यूसुफ, मौलाना शकील, मौलाना कफील, मौलाना फैजान रजा ने खिताब किया. इस दौरान हुस्साम मियां, हुम्माम मियां, मुफ्ती आशिक हुसैन, मौलाना नश्तर फारूकी के अलावा उर्स कमेंटी से मोईन खान, डॉ. मेंहदी हसन, शमीम अहमद, समरान खान, हाफिज इकराम खान, अब्दुल्ला रजा खां आादि रहे. जमात रजा-ए-मुस्तफा के मीडिया प्रभारी समरान खान के मुताबिक जामियातुर्रजा में बेहद सुकून के साथ उर्स हुआ.