उरूसा अर्शिद: हिजाब पहनने वाली ब्रिटेन की पहली फायर फाइटर

0
441

आग से मुकाबला करने का ख्वाब उरूसा अर्शिद का पूरा हो गया। यही नहीं, 27 वर्षीय उरूसा ब्रिटेन की पहली ऐसी महिला फायर फाइटर बन गई हैं, जो हिजाब पहनकर यह साहसी नौकरी कर रही हैं।

लगभग दो साल पहले अर्शिद को आधिकारिक तौर पर नॉटिंघमशायर फायर एंड रेस्क्यू सर्विस में शामिल किया गया। वे बताती हैं, इस सेवा में शामिल होने से पहले ट्रेनिंग बहुत गहन होती है। इस दरम्यान आग बुझाने की तकनीक सीखने के साथ ही शारीरिक जोखिम के तमाम पहलुओं से गुजरना पड़ा। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि जैसा तजुर्बा रहा।

इससे भी ज्यादा आश्चर्यजनक लोगों को यह तथ्य लगता है, जो खुद भी महसूस किया कि देश में एकमात्र ऐसी महिला फायर फाइटर हैं जो हिजाब पहनती हैं। तमाम जगहों पर यह तलाशने की कोशिश की कि ऐसा कोई मिल जाए जो सहयोग और सलाह दे सके, लेकिन कोई नहीं मिला। तब ही बात सामने आई कि हिजाब पहनने वाली ब्रिटेन में और कोई फायर फाइटर ही नहीं है।

यह भी पढ़ें: तीखे विरोध के बावजूद हिजाब वाली लड़की चुन गई डच पार्लियामेंट की सांसद

अर्शिद बताती हैं कि ऑक्सीजन मास्क के नीचे पहनने के लिए एक विशेष अग्निरोधक हिजाब ढूंढा, जो उनके लिए हमराह बना रहा है। सर्विस के दौरान हिजाब को लेकर कोई परेशानी खड़ी नहीं हुई। उम्मीद है कि इस तरह की कोशिश अन्य मुस्लिम लड़कियों और औरतों को प्रेरित करेगी।

वेस्ट ब्रिजफोर्ड फायर स्टेशन के वॉच मैनेजर एशले फुलार्ड ने कहा, ”फायर फाइटर लंबे अरसे से परंपरागत चीजों से सामना कर रहे हैं। हम उन समुदायों को फोकस करना चाहते थे जिनकी सेवा करते हैं, जिसमें अलग-अलग पृष्ठभूमि से आने वाले टीम का हिस्सा बनें, जिससे टीम अलग-अलग विचार और सोचने के तरीके से काम को बेहतर किया जा सके, इस काम में अर्शिद जैसे सदस्य बहुत मदद करते हैं, जो कि असाधारण ही है। यह भी सच है कि अर्शिद को भी कुछ लोगों के संदेह का सामना करना पड़ा, लेकिन वह मुस्लिम युवतियों के लिए प्रेरणा हैं, जो सकारात्मक तथ्य है।”

यह भी पढ़ें: नौकरपेशा मुस्लिम महिलाओं के नकाब या हिजाब पर लगाया जा सकता है बैन

एक इंटरव्यू में अर्शिद ने कहा, ”मुझे याद है, जब स्कूल में थी, लगभग 8 साल की उम्र में, मेरे स्कूल में तीन फायर फाइटर आए थे, जिनके हुनर और काबिलियत ने मुझे इस साहसी नौकरी पाने को प्रेरित किया।”

उन्होंने कहा कि फायर फाइटर असली जिंदगी के ‘सुपर हीरो’ हैं, जो अपना जीवन खतरे में डालकर दूसरों की मदद करते हैं और उनकी जिंदगी बचाते हैं। उनका काम केवल आग से लड़ना नहीं है, बल्कि विविध भूमिका में होते हैं। इस मुश्किल और साहस को शायद वही पहचान पाते हैं, जो इस तरह के संकट में घिर जाते हैं।


यह भी पढ़ें: #Don’tTouchMyHijab: फ्रांस में अब Muslim महिलाएं नहीं पहन सकेंगी हिजाब!


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here