दक्षिणपंथियों के तीखे विरोध के बावजूद हिजाब वाली लड़की चुन गई डच पार्लियामेंट की सांसद

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दुनिया में खास पहचान रखने वाले नींदरलैंड ने एक इतिहास रच दिया। उन्होंने दक्षिणपंथियों के तीखे विरोध के बावजूद हिजाब पहनने वाली मुस्लिम युवती को अपना सांसद चुन लिया। उनका नाम कौथार बाउचलिक है। वह एक जलवायु कार्यकर्ता और राजनीतिक में भी दखल रखती हैं।

‘द न्यू अरबिया’ के अनुसार, 21 मार्च को संसद सदस्य बनने वाली 27 साल की कौथार मूलतौर पर मोरक्को की निवासी हैं। उन्होंने जलवायु जागरुकता कार्यक्रमों और अभियानों से स्थानीय लोगों का भरोसा जीता। यह उनकी खास काबिलियत ही है कि अपनी ही ग्रोनलिंक्स पार्टी की हार के बाद भी 19 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीता।

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यही नहीं, लंबे समय से दक्षिणपंथी पार्टी कार्यकर्ता कौथार के खिलाफ नफरत और भेदभाव का अभियान छेड़े हुए हैं। यूट्रेच डेटा स्कूल और डी ग्रिन एम्स्टर्डम पत्रिका के एक अध्ययन में पाया गया कि दक्षिणपंथी दल ने 30 प्रतिशत से अधिक ट्वीट्स ने उनके खिलाफ किए। डच मीडिया ने भी फिलिस्तीन के समर्थन में सक्रियता के कारण उन पर यहूदी विरोधी होने का आरोप लगाया।

दूसरी ओर, पिछले दिसंबर में एक खुले पत्र में 100 से ज्यादा यूके के राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों, व्यक्तियों और संगठनों ने कौथार के साथ एकजुटता जाहिर कर नस्लवाद और इस्लामोफोबिया की निंदा की।

कौथार ने डच मीडिया ‘ग्लैमर’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “नीदरलैंड में कई लोग मेरे धर्म को आतंकवाद के साथ नकारात्मक रूप से जोड़ना चाहते हैं। जलवायु परिवर्तन में मेरे जैसे मुसलमानों को देखकर हैरानी क्यों। मेरा मानना ​​है कि अल्लाह ने हमें धरती दी है। पृथ्वी को रहने लायक बनाना हम सभी का फर्ज है। ”

नीदरलैंड में इस्लाम

2010-11 के आंकड़ों के अनुसार, नीदरलैंड में इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। कुल आबादी का 4 प्रतिशत इस्लाम का पालन करता है। देश के चार सबसे बड़े शहर, एम्स्टर्डम, रॉटरडैम, द हेग और उट्रेच में बड़ी संख्या में मुस्लिम हैं।

इस्लाम 16वीं शताब्दी में नीदरलैंड पहुंचा। शुरुआत में कई तुर्क व्यापारियों ने देश के बंदरगाह वाले शहरों में बसना शुरू किया। नीदरलैंड में पहली आधी-अधूरी मस्जिद 17वीं शताब्दी में एम्स्टर्डम में बनाई गई और अब नीदरलैंड में लगभग 500 मस्जिदें हैं।

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