रामपुर : उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में किसान आंदोलन के समर्थन से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आंदोलन के समर्थन पर पुलिस द्वारा कथित रूप से हड़काने का आरोप लगाने वाले सज्जादानशीन फरहत मियां को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. और दरगाह के आस-पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया. एक दिन पहले ही बरेली की दरगाह, आला हजरत खानदान से ताल्लुक रखने वाले और आइएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने रामपुर जाकर फरहत मियां से मुलाकात की थी. और एक प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस की इस कथित करतूत की निंदा की थी.
फरहत मियां, दरगाह-हाफिज शाह जमाल-उल्लाह के सज्जादानशीन हैं. उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन किया था. बताते हैं कि वे आंदोलन में शामिल होने भी गए थे. आरोप है कि इस पर पुलिस ने उन्हें और कुछ अन्य लोगों को तलब किया. और सज्जादानशीन को अकेले में जमकर हड़काया.
रामपुर : किसान आंदोलन में शामिल होने पर पुलिस ने सज्जादानशीन को कथित रूप से हड़काया, मौलाना तौकीर बोले-ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं
इस सूचना पर मौलाना तौकीर रजा खां शुक्रवार को रामपुर पहुंचे. उन्होंने वहीं की मस्जिद में नमाज अदा की. और अपनी तकरीर में घटनाक्रम की निंदा की थी.
मौलाना ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि महज आंदोलन में शामिल होने भर से किसी के साथ अभद्रता की जाए. अपमानित किया जाए. ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर एक वर्ग विशेष के लोगों को निशाना बनाकर गलत कार्रवाई की जाएगी, तो इसका कड़ा विरोध करेंगे.
इस बातचीत के दौरान कुछ स्थानीय उलमा भी मौजूद थे. मौलाना शाम को रामपुर से लौट गए. और शनिवार को पुलिस ने फरहत मियां के विरुद्ध कार्रवाई कर दी है. इससे बरेली के उलमा तक सन्न रह गए हैं. सज्जादानशीन की हिरासत को लेकर मौलाना तौकीर रजा खां ने दोपहर को प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है.