द लीडर हिंदी, लखनऊ। यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. वहीं सीएम योगी के एक बयान पर पूरा विपक्ष उन पर निशाना साध रहा है. बता दें कि, सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी के कुशीनगर में दिए गए एक बयान को लेकर सियासी बवाल तेज होने लगा है. विपक्ष लगातार सीएम योगी को आड़े हाथों ले रहा है. और उन पर निशाना साध रहा है. बता दें कि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कुशीनगर में कहा था कि, 2017 के पहले गरीबों को राशन नहीं मिलता था क्योंकि तब अब्बाजान कहने वाले ही राशन हज़म कर जाते थे. बस फिर क्या था. सीएम योगी के इस बयान के बाद पूरा विपक्ष अब सीएम योगी पर हमला बोल रहा है. चुनाव नजदीक है. ऐसे में सभी पार्टियां जनता को लुभाने के लिए एक दूसरे पर हमलावर हो रहे है.
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योगी साहब आप कौन से जान हैं?
2017 के पहले गरीबों को राशन नहीं मिलता था क्योंकि तब अब्बाजान कहने वाले ही राशन हज़म कर जाते थे. सीएम योगी के इस बयान के बाद सबसे पहले कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि, कोरोना के दौरान हमने देखा है कि, मां गंगा में लोगों की लाशें बहती दिखीं. योगी ने 2017 के पहले की बात करी, लेकिन 200 साल पहले भी ऐसा कभा नहीं हुआ कि, गंगा में लाशें बहती दिख रहीं थी. योगी साहब आप कौन से जान हैं? आपके कौन से अब्बाजान हैं और कौन से भाईजान हैं? उन्होंने आगे कहा कि, यह पूरे देश को पता है. पीएम ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन संघ की वजह से हटा नहीं पाए. जिस सरकार में हाथरस जैसी घटना हो जाए, सरकार को एक क्षण भी शासन में रहने का हक नहीं है. कांग्रेस पॉजिटिव मॉडल के साथ चुनाव में उतरेगी. हम श्मशान और क्रबिस्तान की बात नहीं करेंगे.
मुसलमानों ने हिंदुओं के सभी राशन खा लिए- उमर अब्दुल्ला
उधर, नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी योगी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, मैंने हमेशा यह कहा है कि, बीजेपी का कोई भी चुनाव एजेंडे के साथ लड़ने का कोई इरादा नहीं है, सिवाय मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिकता और नफरत के. यहां एक सीएम फिर से चुनाव की मांग कर रहा है जिसमें दावा किया गया है कि, मुसलमानों ने हिंदुओं के लिए सभी राशन खा लिए हैं.
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I’ve always maintained the BJP has no intention of fighting any election with an agenda other than blatant communalism & hatred with all the venom directed towards Muslims. Here is a CM seeking re-election claiming that Muslims ate up all the rations meant for Hindus. https://t.co/zaYtK43vpd
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) September 12, 2021
जनता का ध्यान भटका रही बीजेपी
वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि, साढ़े चार साल में यूपी में सिर्फ घोटाला ही हुआ है. योगी अपने साढ़े चार साल का काम नहीं गिना पा रहे हैं तो जनता का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बातें कर रहे हैं. चुनाव में जनता बीजेपी को भटका देगी.
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने क्या दिया था बयान ?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कुशीनगर में एक जनसभा को संबोंधित करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. और कहा कि, आज गरीबों को राशन मिल रहा है, ये राशन क्या 2017 के पहले भी मिलता था? 2017 के पहले राशन नहीं मिलता था क्योंकि तब अब्बा जान कहने वाले ही राशन हज़म कर जाते थे. आज इन गरीबों का राशन कोई हज़म नहीं कर सकता. अगर हज़म करेगा तो वो जेल जाएगा. सीएम योगी के इस बयान के बाद विपक्ष अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर हमला बोल रहा है. सीएम योगी ने कुशीनगर में कहा कि, पीएम मोदी ने देश के राजनीतिक एजेंडो बदला। जो राजनीति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद तक सीमित थी पीएम मोदी ने उसे समाज के प्रत्येक तबके लिए पहुंचाया. पीएम मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को लेकर चल रही है.
इस दौरान सीएम योगी ने जनता से कहा कि ‘आप सभी को राशन मिलता है कि नहीं. क्या 2017 से पहले भी राशन मिलता था, तब तो ‘अब्बा जान’ कहने वाले लोग राशन हजम कर जाते थे. तब कुशीनगर का राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था. आज कोई भी गरीबों का राशन नहीं निगल सकता है.’
अखिलेश यादव पर सीएम ने साधा था निशाना
सपा के मुखिया अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि, सैफई का एक परिवार पूरे राज्य को लूटता था. पहले जो लोग अपने पिता को अब्बाजन कहते थे, वे एक विशेष वर्ग को लाभान्वित करते थे. जाति आधारित नियुक्ति सूची हुआ करती थी. उचित नियुक्तियां हैं भाजपा सरकार में हो रही है. युवाओं को रोजगार मिल रहा है.
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किस पर भरोसा जताएगी जनता ?
बता दें कि, अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव को करीब देख अभी से ही राजनीतिक पार्टियां जमकर चुनावी रैली और प्रचार कर रही है. इसके साथ ही पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर रही हैं. लेकिन इस बीच पार्टियां एक दूसरे पर भी जमकर निशाना साध रही है. फिलहाल अब देखना ये होगा कि, 2022 में किसकी सरकार बनेगी और जनता इस बार किस पर अपना भरोसा दिखाएगी.