द लीडर : इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी, जिन्हें आतंक निरोधी दस्ता (ATS)ने कथित धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है. उनके मदरसे के शिक्षक हाफिज इदरीस पिछले 22 सितंबर से लापता हैं. हाफिज इदरीस के बेटे ओसामा नदवी का आरोप है कि पुलिस न तो गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कर रही है और न ही कोई जानकारी दे रही है.वहीं, रविवार की देर शाम एटीएस ने एक प्रेसनोट जारी कर, हाफिज इदरीस के साथ ही मौलाना सलीम और आतिफ को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है.(UP Hafiz Idris Missing)
मौलाना कलीम यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के फुलत गांव के निवासी हैं. गांव में ही उनका एक मदरसा है. उनके सहयोग से कई और मदरसे भी संचालित हैं. ओसामा नदवी के मुताबिक, 22 सितंबर से मेरे वालिद गायब हैं. पुलिस में गए. लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं मिल पा रहा. उन्होंने समाज के लोगों से मदद की गुजारिश की है.
यूपी : एटीएस ने हाफिज इदरीस के साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किए एजाने की पुष्टि कर दी है. मौलाना कलीम सिद्दीकी के साथ उन पर भी धर्मांतरण का आरोप है. @Champarni_Tariq @AshrafFem @TSP4India @JamiatUlama_in #MissingHafizIdrees https://t.co/drY1JRlhUJ pic.twitter.com/Sj389IMr9M
— The Leader Hindi (@TheLeaderHindi) September 26, 2021
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज से पासआउट और सोशल एक्टिविस्ट तारिक अनवर ने ट्वीटर पर एक मुहिम शुरू की है. जिसमें यूपी पुलिस को टैग करके हाफिज इदरीस के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं.
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तारिक अनवर ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि अगर मुसलमान भी चेहरा और कद देखकर हक के लिए आवाज उठाए, तब यह एक सच्चे मुसलमान की पहचान नहीं है. हाफिज इदरीस साहब भी मौलाना कलीम के साथी हैं. उन्हीं के मदरसे में पढ़ाते हैं. पिछले चार दिनों से गायब हैं. मिसिंग हाफिज इदरीस टैग करके यूपी पुलिस से पूछिए.
ट्वीटर पर ट्रेंड के एक घंटे के अंदर यूपी एटीएस की ओर से उनकी गिरफ्तारी की सूचना जारी कर दी गई है. उन पर भी मौलाना कलीम के साथ धर्मांतरण गिरोह में शामिल होने का आरोप है.
मौलाना कलीम जाने-माने मुस्लिम स्कॉलर हैं. पिछले दिनों उन्हें मेरठ के रास्ते से एटीएस ने हिरासत में लिया था. इस आरोप के साथ कि मौलाना देश में धर्मांतरण गिरोह के मुखिया हैं. (UP Hafiz Idris Missing)
कोर्ट ने उन्हें 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. हालांकि पहले कोर्ट ने पुलिस रिमांड में भेजने की मांग खारिज कर दी थी. और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा था. लेकिन बाद में दोबारा से पुलिस रिमांड की अनुमति दे दी.
उनकी गिरफ्तारी को लेकर पूरे देश के मुस्लिम समाज से कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. और देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध दर्ज कराए जा रहे हैं. जमीयत उलमा-ए-हिंद ने कहा कि संगठन मौलाना कलीम की कानूनी पैरवी करेगा.