यूपी में थमी कोरोना की रफ़्तार: पिछले 24 घंटों में आए 6725 केस, 238 लोगों की मौत

0
259

लखनऊ | उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में कुछ कमी आई है। पिछले 24 घंटों के दौरान 6725 कोरोना के नए केस दर्ज किए गए हैं जबकि संक्रमण के कारण 238 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 13,590 लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। इससे पहले बुधवार को 7336 नए केस सामने आए थे।

इधर कोरोना के मामले घटने के बाद अस्पतालों में बेडों की उपलब्धता भी आसान हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस की जांच के लिए 29,1156 टेस्‍ट किए गए। इन आंकड़ों के हिसाब से कोरेाना के मामलों में पीक से 62.5 पर्सेंट की कमी आई है। राज्‍य में डेली पीक 31,330 दर्ज की जा चुकी है।

यूपी में किस जिले में कितने बेड हैं और कहां कितने बेड खाली हैं? देखें लिस्ट 

लखनऊ में केस तो घट रहे पर मृत्युदर में हो रही है बढ़त

वहीं, अगर लखनऊ की बात करें तो राजधानी में भी कोरोना मरीजों की संख्या कम होती जा रही है। रोजाना मिलने वाले नए मामले पांच सौ से भीतर सिमट रहे हैं। इस समय अस्पतालों में न तो बेड की कमी है और ना ही ऑक्सीजन का संकट है। रेमडेसिविर के अलावा दवाओं की उपलब्धता भी बाजार में पर्याप्त है। इसके बावजूद मरीजों की मृत्युदर कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है।

यह भी पढ़े – श्‍मशान घाट के सौदागर, गाजियाबाद में अंतिम संस्‍कार के लिए वसूल रहे 35 हजार का विशेष पैकेज

पीक में 62 फीसदी से ज्यादा कमी

पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस की जांच के लिए 29,1156 टेस्‍ट किए गए। इन आंकड़ों के हिसाब से कोरेाना के मामलों में पीक से 62.5 पर्सेंट की कमी आई है। राज्‍य में डेली पीक 31,330 दर्ज की जा चुकी है।

लगातार घट रहे मरीज

बुधवार को प्रदेश में 24 घंटों के भीतर कोरोना के 7 हजार 336 नए मरीज सामने आए। वहीं महामारी से संक्रमित 282 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें राजधानी लखनऊ में दर्ज की गई है। यहां 29 लोगों की कोरोना से जान गई है। हालांकि, लखनऊ में कोरोना के नए मरीजों की संख्या बुधवार को 482 रही, जो पिछले दिन से 7 कम है। मंगलवार को यहां 489 मामले सामने आए थे।

यह भी पढ़े – CMs-DMs के साथ बैठक में बोले पीएम मोदी- गावों में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत, टेस्टिंग बढ़ाएं

होम आईसोलेशन के नियमों में हुआ संशोधन

• हल्के/बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आईसोलेशन में रहने की सलाह
• होम आईसोलेशन के दौरान ऑक्सिमीटर रिकॉर्डिंग एवं थर्मल स्क्रीनिंग बेहद जरुरी
• एचआईवी, ट्रांसप्लांट कराने वाले एवं कैंसर आदि गंभीर रोगियों को होम आईसोलेशन में नहीं रहने की सलाह
• होम आईसोलेशन की अवधि समाप्त होने पर दोबारा जाँच कराने की नहीं है जरूरत

होम आइसोलेशन के बाद दोबारा जाँच करने की नहीं है जरूरत:

होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगी 10 दिनों के बाद बाहर आ सकते हैं। होम आइसोलेशन से बाहर आने के बाद जांच की कोई आवश्यकता नहीं होती है। होम आइसोलेशन के दौरान रोगी अधिक से अधिक आराम करें और खूब पानी पीकर शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ायें।

यह भी पढ़े – दिल्ली में ब्लैक फंगस का कहर, अस्पतालों में 200 से अधिक मरीज भर्ती

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here