द लीडर : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खान (Azam Khan) की बहू सिदरा अदीब ने एक बार फिर पार्टी पर उनके परिवार की अनदेखी के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि हम अकेले नहीं हैं. पार्टी हमारे साथ खड़ी है. परिवार का साथ दिया है. हम ऐसी तोहमत नहीं लगा सकते हैं कि साथ नहीं दिया. ये पहला मौका नहीं है, जब आजम परिवार ने पार्टी पर लग रहे आरोपों को खारिज किया है. बल्कि इससे पहले आजम खान की बीवी और शहर विधायक डॉ. तजीन फातिमा भी पार्टी के साथ खड़े होने की बात कह चुकी हैं. (Azam Khan Samajwadi Party)
रामपुर से सांसद आजम खान पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं. उनके बेटे अब्दुल्ला भी जेल में हैं. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनकी पार्टी पर अपने कद्दावर नेता को नजरंदाज किए जाने के इल्जाम गाहे-बगाहे लगते रहते हैं. और हर बार आजम परिवार पार्टी के बचाव में सामने आता है.
सिदरा अदीब ने कहा, पापा 40 साल से सियासत में हैं. वे भैंस-बकरी या किताबों की चोरी करेंगे! ऐसा तो नहीं हो सकता है. अभी देश के हालात अच्छे नहीं है. जुल्म, ज्यादती बढ़ रही है. ये अच्छा नहीं है. सत्ता बदलती रहती है. आज की नस्ल से हम यही कहना चाहते हैं कि एक-दूसरे से प्रेम करेंगे. सच्चाई की राह पर डटे रहें.
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अफसोस इस बात का है कि आज पापा हम लोगों के बीच नहीं हैं. उम्मीद है कि जल्द ही साथ होंगे. वह रामपुर के बड़े हैं. रामपुर के लोगों ने भी उन्हें बेपनाह मुहब्बत-इज्जत बख्शी है. यहां तक कि कायते मिल्लत तक कहा जाता है. (Azam Khan Samajwadi Party)
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. और आजम खान जेल में हैं. उनकी गैर-मौजूदगी पार्टी को भी अखर रही है. हाल ही में सपा ने अपनी प्रदेश कार्यकारिणी गठित की. जिसमें आजम खान के बेटे अबदुल्ला आजम को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है.
आपको बता दें कि अब्दुल्ला आजम को सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है. लेकिन जमानती वैरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से वो जेल से बाहर नहीं आ पा रहे हैं.
इसकी दूसरी वजह ये बताई जा रही है कि जब तक आजम खान को जमानत नहीं मिल जाती है. अब्दुल्ला जेल से बाहर नहीं आना चाहते हैं. क्योंकि आजम खान की सेहत अच्छी नहीं है. पिछले दिनों उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी. जेल से दो बार उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा था. (Azam Khan Samajwadi Party)