बिहार की राजनीति में उथल-पुथल, चिराग पासवान को एनडीए ने बुलाया दिल्ली

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द लीडर हिंदी : दिल्ली यूपी के बाद अब बिहार पॉलिटिक्स जोरो पर है. इनदिनों पॉइंट ऑफ नो रिटर्न पर नीतीश और बार्गेनिंग राजनीति चल रही है. या ये कहे बिहार की राजनीति में उथल-पुथल का दौर जारी और सबकी निगाहें दिल्ली पर टिकी हुई है. बता दें बिहार में राजनीतिक संकट के बीच चिराग पासवान को एनडीए ने दिल्ली बुलाया है.

दरअसल बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और जमुई सांसद चिराग पासवान को भी दिल्ली बुलाया है. पटना स्थित पार्टी कार्यालय में तिरंगा फहराने के बाद चिराग पासवान दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि चिराग पासवान रविवार शाम साढ़े पांच बजे एनडीए की बैठक में शामिल होंगे. साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और देश के गृह मंत्री अमित शाह से अहम भी बातचीत करेंगे.

नीतीश कुमार और चिराग के बीच रिश्ता तल्ख
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार और चिराग के बीच तल्ख रिश्ता है, जिसकी वजह यह बातचीत अहम है. 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान और उनकी पार्टी पर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी को चुनाव में नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे. कहा गया था कि चिराग के कारण ही जदयू को महज 45 सीट मिल पाई थी. इसके बाद से चिराग और सीएम नीतीश कुमार के रिश्ते तल्ख होते गए. इतना ही नहीं चिराग पासवान भी लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं.

अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं- चिराग पासवान
वही इससे पहले चिराग पासवान ने अपने आवास पर लोजपा (रामविलास) के नेताओं के साथ बैठक की. चिराग ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं.वही इधर, बिहार भाजपा के शीर्ष नेता पहले से ही दिल्ली में हैं. गुरुवार रात बिहार के बड़े नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह की बैठक हुई.

यह मीटिंग करीब डेढ़ घंटे की बैठक हुई.बता दें इस बैठक में विनोद तावड़े भी मौजूद थे. हालांकि, बैठक से निकलने के बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने कहा कि यह सामान्य बैठक थी. लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक हुई.

क्या नीतिश कुमार दे सकते है इस्तीफा
वही बिहार में सियासी उथल पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी वक्त इस्तीफा दे सकते हैं. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है.क्योंकि सियासी गलियारों में चर्चा के मुताबीक बिहार में अब नीतीश कुमार ‘पॉइंट ऑफ नो रिटर्न’ तक की सीमा तक पहुंच गए हैं.

खास तौर पर लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के ट्वीट के बाद कल जो घटनाक्रम हुए हैं वह नीतीश कुमार को बेहद ही नागवार गुजरा है, और अगले 48 घंटे में किसी भी प्रकार का फैसला लिया जा सकता है.