शातिर बुर्क़ानशीन महिलाओं के चेहरे से मुंबई पुलिस ने इस तरह से हटाया नक़ाब

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The Leader. चूड़ियों की चोरी और फिर उसके बाद राज़फ़ाश. ऐसा लगा जैसे बॉलीवुड की कोई थ्रिलर फ़िल्म का सीन देख रहे हैं. बुर्क़ा पहनकर आईं चोरनियां जितनी शातिर थीं. उनसे कहीं ज़्यादा तेज़ मुंबई की पुलिस निकली. गुज़रे माह की 22 नवंबर को दोपहर का वक़्त था. बुर्क़ा पहने तीन महिलाएं अलग-अलग मलाड पश्चिम में पूजा ज्वैलर्स पर पहुंचीं. स्टूल पर बैठ गईं. जेवरात देखने लगीं. देखते ही देखते एक महिला ने दो चूड़ियां हाथ में पहन लीं. यह सब इतनी तेज़ी से किया कि सामने बैठे सराफ़ को ज़रा भी भनक नहीं लग पाई. शाम को जब शॉप बंद करने का समय हुआ तो सराफ़ को दो चूड़ियां कम मिलीं. तब सीसीटीवी चेक किए. बारीकी से देखने के बाद चोरी पकड़ में आ गई.

सूचना पर पुलिस ने 22 नवंबर को मामला दर्ज कर लिया. मालवणी स्टेशन की पुलिस ने जब इस शातिराना चोरी को खोलने के लिए क़दम बढ़ाए तो टॉस्क बेहद मुश्किल लगा. सीसीटीवी चेक करने से साफ हुआ कि तीनों महिलाएं सराफ़ से यहां से निकलने के बाद तीन अलग दिशाओं में गई हैं. पुलिस ने हार नहीं मानी. रास्ते पर सीसीटीवी चेक किए. गेट पर नं 5 पर तीनों एक ऑटो रिक्शा से उतरती दिखाई दे गईं. पता किया कि रिक्शा कहां से आया था. जानकारी मिली कि जेबी नगर अंधेरी पश्चिम से. पुलिस वहां पहुंची तो साफ हुआ कि यहां तक तीनों चोरनियां स्विफ़्ट डिज़ायर से पहुंची थीं. कार की डिटेल सामने आने के बाद पुलिस माले गांव के नासिक पहुंच गई.

इस तरह मालवणी पुलिस ने 278 किमी. दूर तक पीछा करने के बाद बुर्क़ानशीन महिलाओं के चेहरे से नक़ाब उतार दिया. उन्हें गिरफ़्तार करने के बाद उनसे चोरी की गई दोनों चूड़ियां भी बरामद कर लीं. इनके नाम साजिदा बशीर अंसारी उर्फ अलियास अन्नू (45), ताहिरा खुर्शीद अहमद अंसारी (35), मुबाशिरा मोहम्मद रिज़वान अंसारी (30) हैं. इन तीनों के ऊपर कुर्ला पुलिस स्टेशन में सोने की दुकान से गहने चोरी करने के 3 मामले दर्ज हैं. मालवणी पुलिस पकड़ी गई महिलाओं से पूछताछ कर रही है कि इस गैंग ने और कहां-कहां वारदात की हैं. बहरहाल. मुंबई पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उसे देश में सबसे तेज़ क्यों कहा जाता है. मालवणी डिवीज़न के सहायक पुलिस निरीक्षक शैलेंद्र धीवार ने पर्दाफ़ाश करने वाली टीम की ख़ूब तारीफ़ की है.